- इलाहाबाद यूनिवर्सिटी स्टूडेंट यूनियन पर संगोष्ठी का आयोजन

ALLAHABAD: राष्ट्र की पहचान संस्कृति से होती है। संस्कृति बदल जाती है तो देश की पहचान भी बदल जाती है। यह बात इलाहाबाद यूनिवर्सिटी स्टूडेंट यूनियन पर वेडनसडे को आर्गनाइज सांस्कृतिक राष्ट्रवाद : एक व्यापक संदर्भ में विषयक संगोष्ठी में चंद्रबली गांगेय हंस जी महाराज ने मुख्यवक्ता के रूप में कही। उन्होंने कहा कि सांस्कृतिक विरासत के संरक्षण एवं संवर्धन के लिए मिलजुलकर काम करने की जरूरत है।

सभी को सजग रहने की है जरूरत

कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे डॉ। सुनील द्विवेदी ने कहा कि यूनिवर्सिटी के स्टूडेंट्स की राष्ट्र निर्माण में अहम भूमिका है। इसके लिए सभी को सजग रहना होगा। संयोजक छात्रसंघ उपाध्यक्ष विक्रांत सिंह ने कहा कि भारत की सांस्कृतिक विरासत अत्यंत गौरवशाली है। हम उसके संरक्षण के लिए पूरा प्रयास करेंगे। अतिथियों का स्वागत शिवम तिवारी एवं आभार ज्ञापन अवनीश राय ने किया। इस दौरान पंकज यादव, अश्वनी मौर्य, मुकेश गौड़, चंद्रिका पटेल, विश्वदीप शुक्ल, विकास सिंह, आनंद आदि मौजूद रहे।