-को-ऑपरेटिव कॉलेज के चार स्टूडेंट्स को यूजी पार्ट वन में एपीयर होने का परमिशन मिला

-रजिस्ट्रेशन में देरी की वजह से स्टूडेंट्स को नहीं मिला था एडमिट कार्ड, एग्जाम से पहले प्रोविजनल एडमिट कार्ड दिया गया

-बुधवार को आई नेक्स्ट में इन स्टूडेंट्स की परेशानी के बारे में खबर छपी थी, एग्जाम से कुछ घंटे पहले वीसी ने दी परमिशन

द्भड्डद्वह्यद्धद्गस्त्रश्चह्वह्म@द्बठ्ठद्ग3ह्ल फाइनली स्टूडेंट्स को ग्रेजुएशन पार्ट वन के एग्जाम में एपीयर होने की परमिशन वीसी ने दे दी। इनका रजिस्ट्रेशन लेट आने की वजह से एडमिट कार्ड नहीं बन पाया था। को-ऑपरेटिव कॉलेज के चार स्टूडेंट्स को एग्जाम में एपीयर होने देने की परमिशन केयू के वीसी ने बुधवार की सुबह प्रिंसिपल से बात करने के बाद दी। आई नेक्स्ट में इन स्टूडेंट्स की परेशानी के बारे में बुधवार को ही खबर छपी थी। इसमें हमने बताया था कि यूनिवर्सिटी और कॉलेज की गलती की सजा इन स्टूडेंट्स को मिल रही है। वीसी डॉ आरपीपी सिंह ने आई नेक्स्ट से कहा था कि इन स्टूडेंट्स को प्रोविजनल एडमिट कार्ड प्रोवाइड कराया जा सकता है।

आई नेक्स्ट की खबर के बारे में वीसी को बताया

को-ऑपरेटिव कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ आरके दास ने कहा कि बुधवार की सुबह उन्होंने आई नेक्स्ट की खबर का ही हवाला देकर वीसी से बात की। उन्होंने वीसी से कहा कि स्टूडेंट्स को प्रोविजनल एडमिट कार्ड दिए जाने पर क्या किया जाए। डॉ दास ने बताया कि वीसी ने उनसे स्टूडेंट्स को प्रोविजनल एडमिट कार्ड दिए जाने और एग्जाम में एपीयर होने की परमिशन देने को कहा।

खबर न छपती तो एग्जाम न दे पाते

एग्जाम देने के बाद को-ऑपरेटिव कॉलेज के बीबीए पार्ट वन के स्टूडेंट विकास कुमार सिंह ने खुशी जाहिर करते हुए कहा कि अगर आई नेक्स्ट में उनकी परेशानी के बारे में खबर नहीं छपती, तो शायद वे एग्जाम नहीं दे पाते। बीकॉम पार्ट वन के स्टूडेंट साहिल ने कहा कि बुधवार की सुबह 10 बजे को-ऑपरेटिव कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ आरके दास ने उन्हें बुलाया और प्रोविजनल एडमिट कार्ड दिया। विकास और साहिल के अलावा प्रिंस और शंकर पाण्डेय को भी एग्जाम में एपीयर होने की परमिशन दी गई।

मुझे तो लगा था कि एग्जाम में एपीयर नहीं हो पाएंगे, लेकिन आई नेक्स्ट में खबर छपने के बाद एग्जाम स्टार्ट होने से दो घंटे पहले हमें प्रोविजनल एडमिट कार्ड दिया गया और हम एग्जाम दे पाए।

- विकास कुमार सिंह, स्टूडेंट बीबीए पार्ट वन, को-ऑपरेटिव कॉलेज

मैं आई नेक्स्ट को थैंक्स बोलना चाहता हूं। अगर सही बात को सामने नहीं लाया जाता तो हम एग्जाम नहीं दे पाते और हमारा एक साल बर्बाद हो जाता है।

- प्रिंस कुमार, स्टूडेंट बीसीए पार्ट वन, को-ऑपरेटिव कॉलेज

मैंने बुधवार की सुबह वीसी से बात की और उनसे आई नेक्स्ट में पब्लिश हुई खबर के बारे में बताया। इसके बाद उन्होंने स्टूडेंट्स को प्रोविजनल व्यवस्था कर एग्जाम में एपीयर करने की बात कही। उन्होंने मुझसे स्टूडेंट्स को एग्जाम में एपीयर होने की परमिशन देने को कहा।

- डॉ आरके दास, प्रिंसिपल, को-ऑपरेटिव कॉलेज