-पहले ऑनलाइन और अब ऑफलाइन के नाम पर पैसे लेने का कर रहे विरोध

-एक घंटा तक कॉलेज के मुख्य द्वार को किया जाम

-एक ही कक्षा में एडमिशन को छात्र भर रहे दो-दो बार फॉर्म

-प्रत्येक स्टूडेंट पर 300 रुपए का पड़ रहा आर्थिक बोझ

JAMSHEDPUR: मंगलवार को वर्कर्स कॉलेज छात्र संगठन के नेतृत्व में छात्रों ने विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान छात्रों ने वर्कर्स कॉलेज के मुख्य द्वार को एक घंटे तक जाम किया। प्राचार्य डा। डीपी शुक्ला से जमकर बहस भी हुई। छात्रों ने ऑनलाइन या ऑफलाइन आवेदन के लिए किसी एक की राशि लेने की बात कही। इस संबंध में कोल्हान विश्वविद्यालय के कुलसचिव के नाम प्रेषित ज्ञापन प्राचार्य को सौंपा गया। वर्कर्स कॉलेज छात्र संगठन के अध्यक्ष हेमंत पाठक ने कहा कि एक ही चीज के लिए दो-दो बार राशि की वसूली होने से छात्रों पर फ्00 रुपए का अतिरिक्त आर्थिक बोझ पड़ रहा है। जब छात्रों ने सारा डाटा पहले ही भर दिया है, अब दोबारा ऑफलाइन से वहीं फॉर्म क्यों भरवाया जा रहा है।

तब हटा गेट जाम

छात्रों ने बताया कि स्नातक पार्ट वन में एडमिशन के लिए पहले छात्रों ने नामांकन का ऑनलाइन फॉर्म भरा। इसपर प्रति छात्र ख्00 रुपये खर्च हुए। अब कोल्हान विवि मेधा सूची जारी करने के बाद छात्रों से दोबारा ऑफलाइन आवेदन के नाम पर क्00 रुपये की वूसली कर रहा है। इस वसूली का विरोध शुरू हो गया है। प्राचार्य द्वारा छात्रों की मांगों को कुलसचिव को भेज दिये जाने के बाद छात्रों ने गेट जाम हटा लिया। इस प्रदर्शन में हेमंत पाठक के अलावा विश्वविद्यालय प्रतिनिधि जितेंद्र कुमार, सुजीत सिंह राजपूत, रिया डे, रूबी मुंडा, शाहजहां, राकेश सिंह, जाकिर, अमन कुमार, सुमन शर्मा, मोंटी मंडल, संजय सेनगुप्ता व राजेश महतो आदि शामिल थे।

छात्रों ने ऑफलाइन फॉर्म भरने की शुल्क को लेकर हंगामा मचाया था। यह शुल्क बिना सिंडिकेट की मीटिंग के माफ नहीं किया जा सकता। इस संबंध में विश्वविद्यालय को सूचना दे दी गई है।

-डॉ डीपी शुक्ला, प्रिंसिपल, वर्कर्स कॉलेज, जमशेदपुर।

एडमिशन तो हो रहा, पर नहीं मिल रहा रूटीन

-वीसी के आदेश की उड़ रही धज्जियां

शहर के किसी भी कॉलेज में स्नातक पार्ट वन में नामांकन के दौरान छात्रों को रुटीन उपलब्ध नहीं हो पा रहा है। छात्रों की सहूलियत को देखते हुए कोल्हान विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ। आरपीपी सिंह ने सोमवार से प्रारंभ होने वाली कक्षाओं का रूटीन सौंपने का निर्देश कॉलेजों के प्राचार्यो को दिया था, लेकिन किसी भी कॉलेज में यह कार्य नहीं किया जा रहा है। एडमिशन काउंटर पर रूटीन मांगे जाने पर छात्रों को टरका दिया जा रहा है। छात्रों को विषय के विभागाध्यक्ष से जाकर मिलने को कहा जा रहा है। छात्रों ने कहा कि जब रूटीन नहीं दिया जाना था तो वीसी ने आदेश क्यों निकाला। इस संबंध में केयू के वीसी ने कहा कि छात्रों की शिकायत अभी तक उनके पास नहीं पहुंची है। ऐसा हो रहा है तो कॉलेजों के प्राचार्य के खिलाफ अवश्य कार्रवाई की जाएगी।

छात्रों की शिकायत अभी तक मेरे पास नहीं पहुंची है। ऐसा हो रहा है तो कॉलेजों के प्रिंसिपल के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

-डॉ आरपीपी सिंह, वीसी, केयू