- स्टूडेंट्स ने मेरठ कॉलेज और यूनिवर्सिटी में जलाए पुतले

Meerut: सीसीएस यूनिवर्सिटी में वीसी और रजिस्ट्रार की लड़ाई चारों तरफ मजाक बन गई है। इसके चलते यूनिवर्सिटी की छवि धूमिल हो रही है। साथ ही कोई अधिकारी अपनी गरिमा के अनुसार काम नहीं कर रहा। इसको लेकर स्टूडेंट्स भी परेशान हैं। इस यूनिवर्सिटी में जो हो रहा है, उससे स्टूडेंट्स के भविष्य पर भी समस्याएं मंडरा रही हैं। दोनों की लड़ाई में कर्मचारी और स्टूडेंट्स पिस रहे हैं। शनिवार को स्टूडेंट्स ने यूनिवर्सिटी के मेन गेट पर अपना गुस्सा जाहिर करते हुए वीसी का पुतला दहन किया। वहीं मेरठ कॉलेज गेट पर भी पुतला जलाया गया।

इनका कहना है

स्टूडेंट्स का कहना है कि यूनिवर्सिटी के कुलपति ने शिक्षा के मंदिर को जंग का अखाड़ा बना दिया है। कुलपति ने अपने पद की गरिमा को भूलकर स्टूडेंट्स के भविष्य के साथ खिलवाड़ करने का प्रयास किया है। आज यूनिवर्सिटी के स्टूडेंट्स शोषण व छात्र अहित झेलने को विवश हैं, क्योंकि कुलपति स्टूडेंट्स के हित को दरकिनार कर अपनी निजी लड़ाई लड़ रहे हैं। इंटरनेट से स्टूडेंट्स के एडमिट कार्ड तक डाउनलोड नहीं हो रहे हैं। सैकड़ों स्टूडेंट्स यूनिवर्सिटी की सड़कों पर चक्कर काट रहे हैं। स्टूडेंट्स का कहना है कि वीसी का पूर्ण तानाशाही रवैया और अभद्र व्यवहार ने यूनिवर्सिटी की गरिमा को धूमिल किया है।

तानाशाही रवैया

इन सभी समस्याओं को लेकर स्टूडेंट्स लीडर विनीत चपराणा के नेतृत्व में स्टूडेंट्स ने वीसी का पुतला दहन किया। विनीत चपराणा का कहना है कि स्टूडेंट्स ने मोर्चा खोल दिया है। सभी स्टूडेंट्स वीसी से छात्रहित के लिए नैतिक एवं सामाजिक आधार पर इस्तीफा चाहते हैं, क्योंकि इन्होंने अपने हितों को साधने के लिए लाखों स्टूडेंट्स के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया है। पुतला दहन करने वालों में राहुल फफूंडा, आशीष मलिक, तेज बहादुर, आशीष, आशु राठी, अंकित त्यागी, अतुल यादव, मोनू पहाड़ी, शेरी चौधरी, आसिफ अंसारी और तुषार विश्नोई शामिल रहे। मेरठ कॉलेज के बाहर लक्ष्मी सिंह, दीपक कुमार, नरेंद्र कुमार, देवराज आदि ने पुतला फूंका।