क्कन्ञ्जहृन्: इन दिनों बिहार के कॉलेजों में ग्रेजुएशन करने के लिए नामांकन प्रक्रिया जारी है। इसमें छात्र जहां सेंटर च्वॉइस दे रहे हैं वहां उन्हें सेंटर नहीं मिल रहा है। इस कारण अधिकतर छात्र परेशान हैं। करीब आठ लाख छात्र इस समस्या से परेशान हैं। उनकी विकल्प या दिए गए च्वाइस पर कोई विचार नहीं किया जा रहा है। यह

समस्या बोर्ड और यूनिवर्सिटी के बीच कोई को-आर्डिनेशन नहीं होने के कारण हो रहा है। दैनिक जागरण आई नेक्स्ट ने ऐसे ही पीडि़त छात्रों से बातचीत की और समस्या की पड़ताल की।

50 प्रतिशत से ज्यादा मामले

एएन कॉलेज के छात्र प्रतिनिधि राधे श्याम ने बताया कि जिला बदलने से परेशान छात्र करीब 50 प्रतिशत से ज्यादा हैं। कॉलेज अपने स्तर पर इसे डील नहीं कर पा रहा है। क्योंकि एडमिशन का पूरा संचालन बिहार बोर्ड द्वारा हो रहा है। ऐसे में यह कठिन है कि 24 जुलाई तक यह प्रक्रिया पूरी होगी.साथ ही अन्य तरह की समस्याएं हैं।

सेंटर अन्य जिले में मिलने की बात आ रही है। लेकिन इसमें यूनिवर्सिटी का कोई रोल नही है। यूनिवर्सिटी ने संबंधित कॉलेज की सीट के बारे में बोर्ड को बताया है। यह उनका निर्णय है।

-डॉ जीके सिंह, प्रो वीसी पाटलिपुत्र यूनिवर्सिटी