अदालत में चुनौती देने का किया है फैसला

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RANCHI (6 रूड्ड4) : चिकित्सा स्नातकोत्तर प्रवेश प्रतियोगिता परीक्षा (पीजी मैट) के संशोधित परिणाम जारी किए जाने के बाद कई स्टूडेंट्स के रैंक में परिवर्तन हो गया है, जिस वजह से उन्हें अपनी पसंद का डिपार्टमेंट नहीं मिल पाएगा। इसे लेकर स्टूडेंट्स में आक्रोश है और उन्होंने संशोधित रिजल्ट को अदालत में चुनौती देने का फैसला किया है। मालूम हो कि संशोधित परिणाम के हिसाब से स्टूडेंट्स की नए सिरे से काउंसलिंग नौ मई से शुरु होगी।

हो चुका है विलंब

पीजी मैट में दाखिले के लिए होने वाली प्रतियोगिता परीक्षा के लिए पिछले साल एक दिसंबर से आवेदन भरे गए थे। सात फरवरी को परीक्षा ली गई थी, जबकि 24 फरवरी को रिजल्ट जारी किया गया था। सुप्रीम कोर्ट के आदेश के अनुरुप नामांकन की पूरी प्रक्रिया 15 अप्रैल तक पूरी कर ली जानी थी, लेकिन अबतक काउंसलिंग की प्रक्रिया भी नहीं शुरु हो पाई है। 12 अप्रैल को बोर्ड की ओर से काउंसेलिंग नहीं करने का नोटिस जारी किया गया था, जिसमें लिखा गया था कि 13 अप्रैल को काउंसेलिंग नहीं होगी।

बदल गई रैंकिंग (बॉक्स)

स्टूडेंट पल्लवी लकड़ा ने बताया कि पहले जारी किए गए रिजल्ट में उसकी दूसरी रैंकिंग थी, लेकिन संशोधित परिणाम के बाद रैंकिंग नौ हो गई है। ऐसे में गायनी की जगह दूसरे डिपार्टमेंट में एडमिशन लेनी पड़ेगी। चूंकि ऑल इंडिया लेवल पर भी काउंसेलिंग खत्म हो चुकी है। ऐसे में यहां के स्टूडेंट्स के लिए अब कोई ऑप्शन भी नहीं बचा है।

क्वालिफाई नहीं करने वालों को ग्रेस (बॉक्स)

पीजी मैट में क्वालिफाई नहीं करने वाले कैंडिडेट्स को भी तीस मा‌र्क्स तक ग्रेस दे दिया है, जबकि प्रास्पेक्टस में यह स्पष्ट रूप से लिखा था कि किसी को भी ग्रेस मा‌र्क्स नहीं दिया जाएगा।