-आईआईटी के एनुअल फेस्ट उद्घोष में शामिल होने आए स्टूडेंट्स सीनियर्स से कर रहे करियर पर चर्चा

-आईआईटी रुड़की के स्टूडेंट्स ने सिडबी सेंटर में कंपनी बनाने वाले स्टूडेंट्स से मिले

-खेल के मैदान में जौहर दिखाने के साथ सीनियर्स से सीखीं बिजनेस की बारीकियां, कंपनी का इन्फ्रास्ट्रक्चर देखा

KANPUR: आईआईटी में चल रहे एनुअल स्पो‌र्ट्स फेस्टिवल उद्घोष में पूरे देश से आए स्टूडेंट्स खेल में मैदान में जौहर दिखाने के साथ ही सीनियर्स से करियर गाइडेंस भी ले रहे हैं। आईआईटी रुड़की के कुछ स्टूडेंट्स शुक्रवार को सिडबी सेंटर जाकर कंपनी चला रहे आईआईटियंस से मिले और बिजनेस मैनेजमेंट की बारीकियां सीखीं। सिडबी सेंटर के जरिए खुद की कंपनी बनाने वाले आईआईटियंस ने कहा कि वो जूनियर्स के साथ अपना अनुभव शेयर कर रहे हैं। उन्हें ये जानकर अच्छा लगा कि स्टूडेंट्स बीटेक करने के बाद कंपनी बनाकर लोगों को रोजगार देने की दिशा में सोच रहे हैं।

प्लेयर पहुंचे सिडबी सेंटर

स्पिन टेक्नोलॉजी के एमडी डॉ। संदीप पाटिल की बनाई नैनो मशीनें कई विदेशी यूनिवर्सिटीज और संस्थान की लैब में यूज की जा रही हैं। इस कंपनी की मशीन कैसे चलती है, इसके बारे में आईआईटी रुड़की के सीएस ब्रांच के रोहन, अंजली, मानव जैन ने बहुत ही बारीकी से जानकारी हासिल की। यह मेधावी छात्र बास्केटबाल व वॉलीबाल के मैच खेलने उद्घोष में आए हैं।

किया एकेडमिक डिस्कशन

कुछ स्टूडेंट्स ने आईआईटी की कम्प्यूटर साइंस डिपार्टमेंट की लैब देखने की परमीशन मांगी लेकिन गांधी जयंती होने की वजह से उन्हें लैब जाने की परमीशन नहीं मिल सकी। हालांकि आईआईटियंस ने कानपुर आईआईटी के मेरीटोरियस स्टूडेंट्स से एकेडमिक लेवल पर भी डिस्कशन किया। आईआईटी खड़गपुर के छात्र रजत व पी बसु ने जुगनू डेवलप करने में अहम भूमिका निभाने वाले प्रो। एनएस व्यास से मिलने का प्रयास करते रहे लेकिन प्रोजेक्ट में व्यस्तता के कारण उनके मुलाकात नहीं हो सकी।