PATNA (4 April) : बिहार में आर्यभट्ट नॉलेज यूनिवर्सिटी से मेडिकल स्टूडेंट्स परेशान हैं। उनका साल बर्बाद हो रहा है लेकिन यूनिवर्सिटी इस बारे में कुछ नहीं कर रही है। मेडिकल के अंडर ग्रेजुएट कोर्स (यूजी)के स्टूडेंट्स इससे अफेक्टेड हैं। यहां इनके फाइनल एग्जाम का रिजल्ट आने में इतनी देर हो जाती है कि आगे इंटर्नशिप और पीजी में एडमिशन तक नहीं हो पाता है। इसके कारण ऐसे स्टूडेट्स के करियर का एक साल बर्बाद हो रहा है। वहीं दूसरी ओर इसे लेकर लापरवाही बरती जा रही है। स्टूडेंट्स का कहना है कि यूनिवर्सिटी में कोई सुनने को तैयार ही नहीं होता। इस बारे में आई नेक्स्ट ने यूनिवर्सिटी के वीसी से कई बार संपर्क करने की कोशिश की। लेकिन कोई जबाब नहीं मिला।

क्या है पूरा मामला

इस बार दिसंबर,ख्0क्फ् में यूजी के फाइनल इयर का एग्जाम हुआ और ख्7 मार्च,ख्0क्ब् को रिजल्ट आया। लेकिन पीएमसीएच के फ्क् स्टूडेंट्स को सप्लीमेंट्री लग गई। अब ये स्टूडेंट्स पीजी में एडमिशन इस साल किसी हालत में नहीं ले पाएंगे, क्योंकि फ्क् मार्च से पहले इंर्टनशिप करना होता है और आगे पीजी का फार्म भी तभी भर सकते है जब इंटर्नशिप कर रहे हों, लेकिन रिजल्ट में देरी के कारण ऐसे सभी स्टूडेंट्स का साल बर्बाद हो जाएगा।

नहीं बना है मॉडरेशन बोर्ड

यूजी स्टूडेंट्स का कहना है कि लास्ट ईयर आर्यभट्ट नॉलेज यूनिवर्सिटी में एग्जाम में इरिलिवेंट क्वेशचन आए थे। जिसके खिलाफ पीएमसीएच और एनएमसीएच के स्टूडेंट्स ने प्रदर्शन भी किया था। इसके बारे में एमसीआई की गाइड लाइन है कि इसके मद्देनजर संबंधित यूनिवर्सिटी मॉडरेशन बोर्ड बनाने की रेक्मेंडेशन की गई थी। लेकिन जानकारी के मुताबिक इस बारे में यूनिवर्सिटी ने कुछ नहीं किया है।

मेडिकल स्टूडेंट्स का कम से कम एक साल यूनिवर्सिटी के लचर रवैये के कारण बर्बाद हो रहा है। लेकिन यूनिवर्सिटी स्टूडेंट्स की इस बात को इग्नोर कर रही है।

- दीपक कुमार, यूजी फाइनल इयर स्टूडेंट

जिस यूनिवर्सिटी को टेक्निकल कोर्सेज के लिए ही डेडिकेटेड वे में बनाया गया, वह स्टूडेंट्स के लिए एक धोखा साबित हो रहा है। बीते साल भी यही हुआ था।

- अनंत पराशर, यूजी फाइनल इयर स्टूडेंट

इंटर्नशिप और पीजी में एडमिशन मेडिकल स्टूडेंट्स के लिए बेहद जरूरी है। लेकिन सिर्फ रिजल्ट में देरी के कारण ऐसे स्टूडेंट्स का पूरा साल बर्बाद हो रहा है।

- मुरारी वत्स, यूजी फाइनल इयर स्टूडेंट