-निर्धारित सीटों की अपेक्षा कम आ रहे स्टूडेंट्स

-काउंसलिंग के पहले दिन भी नहीं भरी गई सीटें

आगरा। डॉ.भीमराव आम्बेडकर विश्वविद्यालय के खंदारी परिसर में बीए एलएलबी कांउसलिंग ने सेल्फाइनेन्स कॉलेज संचालकों की मुसीबत बड़ा दी है। पहले दिन निर्धारित सीटों की अपेक्षा स्टूडेंट्स की संख्या कम रही। इससे कॉलेज संचालक तनाव में हैं। खंदारी परिसर में बीए एलएलबी की काउंसलिंग का सोमवार को पहला दिन था। जिसके अंतर्गत 450 स्टूडेंट्स को बुलाया गया था। लेकिन 340 स्टूडेंट्स ही पहुंच सके। बीए एलएलबी में स्टूडेंट्स की इतनी कम संख्या पहले कभी नहीं रही।

सीटें भरने को तीन दिन और

बीए एलएलबी की आगरा, अलीगढ़ मंडल में करीब ढाई हजार सीटें हैं। काउंसलिंग के दौरान खाली सीटों को भरने के लिए स्टूडेंट्स को तीन दिन का समय और दिया गया है। प्रभारी डॉ। संजीव शर्मा का कहना है कि कांउसलिंग से वंचित स्टूडेंट्स 10 , 11 और 12 जुलाई को शाम पांच बजे काउंसलिंग करा सकते हैं।

एडेड कॉलेज बने पहली पसंद

एलएलबी करने के लिए एडेड कॉलेज स्टूडेंट्स की पहली पसंद बन गई है, जबकि इससे पूर्व फीस अधिक होने के बाद भी स्टूडेंट्स सेल्फाइनेंस कॉलेजों में एडमिशन लेते थे। इसका मुख्य कारण कॉलेज की लचर उपस्थिति और परीक्षा में सुविधा का होना था, लेकिन वर्तमान में बने नए नियमों को ध्यान में रख अब स्टूडेंट्स एडेड कॉलेजों की ओर अपना रुख कर रहे हैं। अकेले आगरा कॉलेज में एलएलबी, बीए एलएलबी की कुल तीन सौ सीटें हैं।

परीक्षा में सख्ती से अधिकतर फेल

डॉ.भीमराव आम्बेडकर विश्वविद्यालय में एलएलबी की परीक्षा में सुविधा को देख हरियाणा, चंडीगढ़ और राजस्थान के स्टूडेंट्स सेल्फाइनेंस में एडमिशन ले लिया करते थे। वर्तमान में नोडल सेंटरों पर परीक्षा में सख्ती के चलते 90 फीसदी स्टूडेंट्स फेल हो गए। पिछले दो सेशन से ऐसा चल रहा है। जिसके चलते बाहरी स्टूडेंट्स ने दूसरी यूनिवर्सिटीज की ओर अपना रुख कर लिया है। स्टूडेंट्स की कम संख्या को देख लॉ कॉलेज संचाकलों के माथे पर चिंता की लकीरें हैं।

बीएससी एजी की काउंसलिंग आज

खदारी परिसर में बीएससी एजी की काउंसलिंग मंगलवार को सुबह दस से पांच बजे तक होगी। इसमें सात सौ रैंक तक के स्टूडेंट्स को बुलाया गया है। वहीं बारह जुलाई को चौदह सौ रैंक तक के स्टूडेंट्स काउंसलिंग करा सकते हैं।