RANCHI : स्टूडेंट्स अपने सर्टिफिकेट्स की बदौलत ही अपने करियर को आगे की दिशा देते हैं। लेकिन, जब कोर्स पूरा होने के बाद भी सर्टिफिकेट नहीं मिले, तो स्टूडेंट्स की परेशानी तो बढ़ेगी ही। कुछ ऐसी ही परेशानियों के दौर से गुजर रहे हैं कोकर स्थित एनआईएस एकेडमी के 15 स्टूडेंट्स। इस इंस्टीट्यूट से बीबीए कोर्स पूरा होने के बाद भी इन्हें सर्टिफिकेट नहीं मिला है। इन स्टूडेंट्स ने जिस इंस्टीट्यूट में पढ़ाई की, वह भी अब बंद हो चुका है। ऐसे में स्टूडेंट्स को समझ में नहीं आ रहा कि वो क्या करें।

रिजल्ट तो निकला, लेकिन

कोकर स्थित एनआईएस एकेडमी में 2010 में 15 स्टूडेंट्स ने बीबीए कोर्स में एडमिशन लिया था। तीन साल के इस कोर्स का फाइनल एग्जाम मई 2013 में हुआ और नवंबर 2013 में रिजल्ट निकला। रिजल्ट पब्लिश होने के एक महीने बाद स्टूडेंट्स सर्टिफिकेट लेने इंस्टीट्यूट पहुंचे। यहां उन्हें बताया गया कि सर्टिफिकेट अभी नहीं आया है, कुछ दिनों के बाद आइएगा। इस तरह जब-जब स्टूडेंट्स इंस्टीट्यूट जाते, उन्हें कुछ न कुछ बहाना बनाकर मामले को टाल दिया जाता। ऐसे में स्टूडेंट्स को शक हुआ। उन्होंने छानबीन शुरू की, तो पता चला कि एनआईएस एकेडमी का अन्नामलाई यूनिवर्सिटी से एफिलिएशन था। इंस्टीट्यूट ने स्टूडेंट्स से ली गई फीस यूनिवर्सिटी में जमा नहीं की है। इस कारण अन्नामलाई यूनिवर्सिटी ने स्टूडेंट्स के सर्टिफिकेट इश्यू नहीं किए।

इंस्टीट्यूट में भी लगा ताला

स्टूडेंट्स के सामने सबसे बड़ी परेशानी यह है कि एनआईएस एकेडमी भी अब बंद हो चुकी है। अब सर्टिफिकेट के लिए स्टूडेंट्स कहां कॉन्टैक्ट करें, यह उनकी समझ में नहीं आ रहा है। स्टूडेंट्स इंस्टीट्यूट के एक्स डायरेक्टर के पास जाते हैं, तो वे आज, कल कहकर मामले को टालने की कोशिश कर रहे हैं।