RANCHI : 16 दिसंबर को आरटीसी की इंजीनियरिंग छात्रा की गैंग रेप के बाद हुई हत्या को लेकर छात्रों का गम और गुस्सा थमने का नाम नहीं ले रहा है। घटना के बाद से ही छात्रा को इंसाफ दिलाने की उनकी जंग जारी है। तीन दिन बाद भी आरोपियों के नहीं पकड़े जाने से आक्रोशित स्टूडेंट्स ने रांची-पटना एनएच-33 को चार घंटे तक बूटी मोड़ के पास जाम रखा। आरोपियों की अविलंब गिरफ्तारी और छात्रा के परिजनों को इंसाफ देने की मांग कर रहे थे। सैकड़ों छात्र-छात्राओं के प्रदर्शन के आगे पुलिस-प्रशासन भी बेबस नजर आ रही थी।

पांच घंटे तक रखा जाम

विभिन्न इंजीनियरिंग कॉलेज के स्टूडेंट्स ने दोपहर एक बजे ही बूटी मोड़ जाम कर दिया। वे रोड पर ही बैठ गए और छात्रा के आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग कर रहे थे। ऐसे में एनएच-33 पर रांची से हजारीबाग व हजारीबाग से रांची की ओर आने वाले गाडि़यों के पहिए जहां थे, वहीं रुक गए। शाम पांच बजे तक स्टूडेंट्स छात्रा के हत्यारों को पकड़ने की खातिर नारेबाजी व प्रदर्शन करते रहे।

लापरवाह है रांची पुलिस

प्रदर्शन कर रहे स्टूडेंट्स ने कहा कि रांची पुलिस की लापरवाही से ही आरोपी अभी तक गिरफ्त से बाहर हैं। लोगों को पूरी सुरक्षा देने का दावा करने वाली यह पुलिस इतनी लाचार है कि वह आरोपियों की पहचान तक नहीं कर सकी है। ऐसी पुलिस से महिलाएं व छात्राएं कैसे सुरक्षा की उम्मीद कर सकती है।

हत्यारों को फांसी दो

जाम में शामिल विभिन्न इंजीनियरिंग इंस्टीट्यूट्स के स्टूडेंट्स का गुस्सा इतने उबाल पर था कि वे किसी की भी बात सुनने को तैयार नहीं थे। वे हर हाल में आरोपियों की अविलंब गिरफ्तारी व फांसी देने की मांग कर रहे थे। मौके पर वी वांट जस्टिसके नारे वे घंटों तक लगाते रहे। वे मुख्यमंत्री से इस मामले में हस्तक्षेप कर आरोपियों को पकड़ने की मांग पर अड़े थे।

बेबस नजर आ रहे थे जवान

स्टूडेंट्स द्वारा बूटी मोड़ जाम किए जाने की जानकारी मिलते ही जिला प्रशासन ने जवानों को जामस्थल के लिए भेज दिया था। लेकिन, स्टूडेंट्स के गुस्से के आगे वे बेबस नजर आ रहे थे। दर्जनों जवान रोड के दोनों ओर मूकदर्शक बने हुए थे। उनकी बातों को सुनने के लिए स्टूडेंट्स राजी नहीं थे। तमाम कोशिशों के बाद भी वे जाम समाप्त कराने में विफल रहे।

कौन लेगा सुरक्षा की गारंटी ?

आक्रोशित स्टूडेंट्स का कहना था कि एक छात्रा के साथ पहले गैंग रेप फिर गला घोंट कर उसकी हत्या कर दी गई, लेकिन तीन दिन बाद भी पुलिस आरोपियों को पकड़ नहीं सकी है। इस घटना ने साबित कर दिया कि रांची में महिलाएं सुरक्षित नहीं है। आखिर ऐसे में रांची पुलिस पर हम कैसे विश्वास करें?

एंबुलेंस, स्कूली बस को को छूट, पर जाने का रास्ता नहीं

जाम कर रहे स्टूडेंट्स ने स्कूली बस और एंबुलेंस को आने-जाने की इजाजत दे रखी थी, लेकिन रोड के दोनों ओर आड़े-तिरछे इतनी गाडि़यों की कतार लग गई थी कि एंबुलेंस व स्कूली बस का आगे बढ़ना मुश्किल था। ऐसे में कई तीन दर्जन स्कूली बस व कई एंबुलेंस भी घंटों तक जाम में फंसे रहे। हालांकि, स्टूडेंट्स ने मरीजों की परेशानियों को देखते हुए एंबुलेंस को आगे बढ़ने में लगातार सहयोग कर रहे थे।