दोबारा परीक्षा को लेकर फिर से तैयारियों में जुटे स्टूडेंट्स

तैयारियों के साथ अब डेट आने का कर रहे हैं इंतजार

ALLAHABAD: सेन्ट्रल बोर्ड आफ सेकेंड्री एजूकेशन की दसवीं में मैथ्स और बारहवीं में इकोनॉमिक्स का पेपर कैंसिल होने के आदेश ने स्टूडेंट्स की प्लानिंग को बिगाड़ दिया है। अब बच्चे हों या पैरेंट्स सभी यही कर रहे हैं सारी प्लानिंग ध्वस्त हो गई। एक तरफ जहां बच्चों को फिर से तैयारी में जुटना होगा वहीं जिन पैरेंट्स ने एग्जाम के बाद आउटिंग का प्रोग्राम बनाया था, अब टिकट कैंसिल करा रहे हैं।

एग्जाम खत्म तो चली गई चेन्नई

बोर्ड परीक्षा देने वाले ज्यादातर स्टूडेंट्स एग्जाम खत्म होने से पहले ही फैमली के साथ घूमने की प्लानिंग कर लेते हैं। इस बार भी ऐसी ही तैयारी थी। महर्षि पतंजलि विद्या मंदिर स्कूल की अवंतिका बोर्ड दसवीं का एग्जाम दी है। अंतिम पेपर के बाद वह उसी दिन मौसी के घर चेन्नई रवाना हो गई। टिकट पहले से बना हुआ था। शाम को पता चला कि पेपर कैंसिल हो गया है। अब उसके पैरेंट्स इस चिंता में हैं कि यदि बोर्ड ने 5 या 6 अप्रैल को परीक्षा की तिथि घोषित कर दी तो उसे वापस कैसे लाएंगे। फिलहाल उसका परिवार डेट आने का इंतजार कर रहा है। इस तरह के कई और स्टूडेंट्स और पैरेंट्स जो शहर में हैं या निकल गए हैं अब बस डेट का इंतजार कर रहे हैं। साथ ही इस प्लानिंग में लगे हैं कि डेट क्लीयर होने पर वापस कैसे आएंगे।

लास्ट पेपर देकर स्कूल से निकलने के बाद ही हम फ्रेडस इंज्वाय के मूड में आ गए थे। दोस्तों के साथ घूमने की प्लानिंग भी बन गई थी। शाम तक पता चला कि पेपर ही कैंसिल हो गया। खैर कोई बात नहीं, मैथ्स का पेपर अच्छा हुआ था तो खुशी थी। अब देखते हैं पेपर फिर से कब होता है।

आर्दश

दसवीं स्टूडेंट

इकोनॉमिक्स का पेपर भी लीक होने के कारण कैंसिल कर दिया गया है। अब फिर से होने वाले एग्जाम की डेट का इंतजार है। हालांकि एक हफ्ते की तैयारी के बाद पेपर अच्छे से हो जाएगा, लेकिन अभी तो फिर से टेंशन बढ़ गई है।

प्रवण

12वीं स्टूडेंट

एग्जाम के बाद मौसी के घर जाने का प्रोग्राम था। पेपर खत्म होते ही उसी दिन चेन्नई के लिए निकल गई। बाद में पापा ने फोन कर बताया कि पेपर कैंसिल हो गया है। अब डेट आ जाए तो फिर इलाहाबाद लौटने का प्रोग्राम बनेगा।

अवंतिका

दसवीं स्टूडेंट

मेरे दोनों बच्चे इस बार बोर्ड एग्जाम दे रहे हैं। इसलिए उनकी छुट्टियों की प्लानिंग पहले से बन गई थी। अचानक से पेपर कैंसिल होने के बाद प्लानिंग को आगे बढ़ाना पड़ेगा, क्योकि पेपर तो दिलाना ही है।

महेन्द्र सिंह यादव, पैरेंट्स