छ्वन्रूस्॥श्वष्ठक्कक्त्र : सिंहभूम होमियोपैथिक मेडिकल कॉलेज में गुरुवार को हंगामा हुआ। प्रिंसिपल चैंबर में तालाबंदी के साथ तोड़-फोड़ भी हुई। फ्यूचर के साथ हो रहे खिलवाड़ को देखते हुए कॉलेज के स्टूडेंट्स हंगामा करने पर मजबूर हुए। गौरतलब है कि इस साल मार्च से ही कॉलेज के टीचर्स सैलरी बढ़ाने और प्रमोशन की डिमांड को लेकर स्ट्राइक पर हैं। इस वजह से कॉलेज में पढ़ाई बाधित है प्रिंसिपल डॉ कुलवंत सिंह इस मामले में पहले ही रिजाइन कर चुके हैं। स्टूडेंट्स को यह समझ में नहीं आ रहा कि आखिर वे क्या करें।

200 स्टूडेंट्स के फ्यूचर का है सवाल

विनोबा भावे यूनिवर्सिटी से एफिलिएटेड इस होमियोपैथिक मेडिकल कॉलेज में लगभग 2 सौ स्टूडेंट्स इनरॉल्ड हैं। जूनियर हों या सीनियर, सभी की क्लासेज पूरी तरह से बंद हैं। स्टूडेंट्स का कहना है कि टीचर्स और मैनेजमेंट के बीच की लड़ाई में उनका फ्यूचर बर्बाद हो रहा है। स्टूडेंट प्रीति ने कहा कि कॉलेज की यह स्थिति देखकर उसके पैरेंट्स भी परेशान हैं और वह अपने कॅरियर को लेकर टेंशन में है। तालाबंदी और हंगामा करने वालों में स्टूडेंट्स के अलावे एबीवीपी से सोनू ठाकुर, प्रभात शंकर तिवारी, सतनाम सिंह, सुखदेव सिंह, गणेश जायसवाल, अनुप, रितेश, अमरदीप, संजय, प्रमोद, गौरव और विकास शामिल थे।

टीचर्स नहीं हैं रिस्पांसिबल

कॉलेज में इस तरह के माहौल को देखते हुए आई नेक्स्ट ने कॉलेज के प्रिंसिपल पोस्ट से इसी मामले को लेकर रिजाइन कर चुके कुलवंत सिंह से बात की। उनका कहना था कि टीचर्स अपने फायदे का सोच रहे ह ंऔर उन्हें स्टूडेंट्स के करियर से मतलब नहीं है। उन्होंने कहा कि टीचर्स की जो भी डिमांड्स हैं, उसे गवर्निग बॉडी से अप्रूवल मिलने के बाद ही पूरा किया जा सकता है। जबकि कॉलेज की नई गवर्निग बॉडी बनी ही नहीं है। उन्होंने यह भी कहा कि जबतक गवर्निग बॉडी बन नहीं जाती, तबतक टीचर्स को स्ट्राइक नहीं करना चाहिए था।