-बीएन मंडल विवि के दीक्षांत समारोह में 39 गोल्ड मेडलिस्ट को गवर्नर ने किया सम्मानित

MADHEPURA/PATNA: छात्र अपनी प्रतिभा को राष्ट्र के उत्थान में लगाएं। रविवार को भूपेंद्र नारायण मंडल विश्वविद्यालय के द्वितीय दीक्षांत समारोह में यह बातें कुलाधिपति सह राज्यपाल लालजी टंडन ने कही। राज्यपाल ने रोजगारपरक शिक्षा पर बल देते हुए कहा कि जिस दिन डिग्री के साथ-साथ रोजगार का प्रमाण पत्र मिलने लगेगा देश विकसित हो जाएगा। इसके लिए उच्च शिक्षा में संसाधनों की कमी नहीं है। धीरे-धीरे काफी बदलाव आ रहा है लेकिन अभी भी इस दिशा में बढ़ने के लिए काफी बदलाव की आवश्यकता है।

समारोह को लेकर जताई चिंता

राज्यपाल ने कहा कि परीक्षा और नामांकन समय पर हो इसके लिए उन्होंने शैक्षणिक कैलेंडर लागू करवाया। चिंता जताते हुए कहा कि 1992 में बीएन मंडल विश्वविद्यालय की स्थापना हुई। हर साल दीक्षा समारोह होना चाहिए लेकिन इतने वर्षो में यह दूसरा दीक्षा समारोह है। कहा कि सूबे के सभी विश्वविद्यालयों में दीक्षा समारोह का आयोजन किया जाएगा। राज्यपाल ने कहा कि सभी मिलकर परिश्रम करें तो कौशल विकास में यहां के छात्र-छात्राएं समृद्ध हो सकते हैं। छात्राओं के प्रदर्शन से खुश होकर राज्यपाल ने कहा कि आज बेटियां शिक्षा के क्षेत्र में काफी आगे बढ़ रही है। हर विश्वविद्यालय में गोल्ड मेडलिस्टों में छात्राओं की संख्या अधिक रहती है। गिवर्नर ने कहा कि हम अपना ऐसा राष्ट्रीय चरित्र बनाएं, जो न केवल भारत की एकता एवं अखंडता को अक्षुण्ण रखे, बल्कि वैश्विक संतुलन एवं शांति का मार्ग भी प्रशस्त हो। विक्रमशिला और नालंदा विश्वविद्यालय की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि यहां संपूर्ण विश्व से छात्र ज्ञान प्राप्त करने आते थे। हमारे युवा अपने स्वर्णिम अतीत से प्रेरणा लें और वर्तमान वैश्विक चुनौतियों का मुकाबला करें।

मंत्री रमेश ऋषिदेव को पीएचडी की उपाधि

शुभारंभ राज्यपाल लालजी टंडन, शिक्षा मंत्री कृष्णनंदन प्रसाद वर्मा, कुलपति डॉ। एके राय ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया। मौके पर राज्यपाल ने 39 गोल्ड मेडलिस्ट स्टूडेंट्स को सम्मानित किया। पांच सौ छात्रों को डिग्री दी गई। एससी-एसटी मंत्री रमेश ऋषिदेव को पीएचडी की उपाधि शिक्षा मंत्री द्वारा प्रदान की गई।