इलेक्शन को लेकर हैं कई पेंच
स्टूडेंट्स यूनियन इलेक्शन डायरेक्ट प्रॉसेस से हों या इनडायरेक्ट। इसे लेकर यूनिवर्सिटी एडमिनिस्ट्रेशन और स्टूडेंट्स ऑर्गनाइजेशंस के बीच विवाद है। स्टूडेंट्स ऑर्गनाइजेशंस डायरेक्ट इलेक्शन की डिमांड पर अड़े हुए हैं, जबकि आरयू इनडायरेक्ट इलेक्शन चाहती है। इसके अलावे रिमोट एरियाज में सिचुएटेड कॉलेजेज में इलेक्शन को लेकर सिक्योरिटी अरेंजमेंट भी आड़े आ रही है। यही वजह है कि पिछले एक साल में स्टूडेंट्स यूनियन इलेक्शन तीन बार टाले जा चुके हैं।

6 से शुरू होना है इलेक्शन प्रॉसेस
 सिंडिकेट सब कमिटी ने पिछले दिनों हुई मीटिंग में स्टूडेंट्स यूनियन इलेक्शन के डेट पर मुहर लगा दी थी। इसके तहत कॉलेजेज में छह सितंबर तक वोटर लिस्ट के पब्लिश्ड होने की बात है, वहीं कॉलेजेज में 21 सितंबर तक इलेक्शन के लिए नॉमिनेशन फाइल करने का डेट रखा गया है, फिर  28 सितंबर से अक्टूबर फस्र्ट वीक तक कॉलेजेज व यूनिवर्सिटी लेवल पर इलेक्शन प्रॉसेस पूरा कर लेने पर सहमति बनी है, लेकिन सिंडिकेट का अप्रूवल नहीं मिलने से एकबार फिर इलेक्शन पर सस्पेंस बना हुआ है।

स्टूडेंट्स ऑर्गनाइजेशंस करते रहे हैं हंगामा
स्टूडेंट्स यूनियन इलेक्शन पहले से अनाउंस किए गए डेट पर होंगे अथवा डेट को आगे बढ़ाया जाएगा, इसपर वेडनसडे को सिंडिकेट सब कमिटी की होनेवाली मीटिंग में फैसला होगा.  इधर, डिफरेंट स्टूडेंट्स ऑर्गनाइजेशंस ने डायरेक्ट प्रॉसेस से इलेक्शन कराने के लिए रिटेन अप्लीकेशन यूनिवर्सिटी को सौंपा है। गौरतलब है कि आरयू स्टूडेंट्स यूनियन के लास्ट इलेक्शन 2007 में हुए थे.  पांच सालों से इलेक्शन नहीं होने को लेकर स्टूडेंट्स ऑर्गनाइजेशंस  कई बार हंगामा कर चुके हैं। ऐसा नहीं है कि यूनिवर्सिटी ने इलेक्शन के लिए डेट अनाउंस नहीं किए, पर ऐन वक्त  पर किसी न किसी बहाने कैंसिल कर दिया गया।