- मेरिट को लेकर परेशान स्टूडेंट्स पहुंच रहे यूनिवर्सिटी

- एडमिशन को लेकर छात्र नेताओं ने किया हंगामा

- मेरिट में गड़बड़ी से सैकड़ों स्टूडेंट्स हो रहे हैं परेशान

- यूनिवर्सिटी ने परेशानियां दीं पर समाधान से कर रही इंकार

- कई स्टूडेंट्स की परसेंट मेरिट से अधिक, फिर भी बेकार

- फार्म में कैटेगरी कुछ और कॉलेज की लिस्ट में कुछ और

- जहां एडमिशन लेना चाहते हैं वहां एडमिशन से किया मना

- अब इनके लिए सेल्फ फाइनेंस ही आखिरी विकल्प बचेगा

Meerut: सीसीएस यूनिवर्सिटी, जहां स्टूडेंट्स के लिए समाधान कम और समस्याएं अधिक रहती हैं। कॉलेजों में कटऑफ के साथ एडमिशन शुरू हुए, लेकिन यहां तो रजिस्ट्रेशन से लेकर एडमिशन तक स्टूडेंट्स को समस्याओं के अलावा कुछ हाथ नहीं लग रहा है। यूनिवर्सिटी ने रजिस्ट्रेशन के बाद कटऑफ जारी की और साथ ही समस्याओं का पहाड़ भी खड़ा कर दिया। ऐसी मेरिट बनाई जिसमें स्टूडेंट्स को इनका समाधान ही नहीं मिल रहा। जो यूनिवर्सिटी के चक्कर काट रहे हैं और नेताओं को लेकर समाधान खोजने में लगे हैं।

एक साथ तीन कटऑफ मेरिट

यूनिवर्सिटी ने दस जुलाई को तीन कटऑफ मेरिट जारी कीं। तीनों मेरिट में करीब एक लाख स्टूडेंट्स को बुलाया गया। जिसमें पहले दिन कॉलेजों में यूजी के एडमिशन को करीब फ्फ्700 स्टूडेंट्स को बुलाया गया। इतने ही स्टूडेंट्स दूसरी और तीसरी मेरिट में भी बुलाए गए। जहां पहली मेरिट वालों को अगले रोज आधे दिन तक एडमिशन कराने थे। बाकी दूसरे दिन दूसरी मेरिट के स्टूडेंट्स को एडमिशन लेना था। फिर लास्ट डे तीसरी और दूसरी मेरिट वालों को एडमिशन लेना था।

शुरुआत ही रही गड़बड़

पहले दिन स्टूडेंट्स कॉलेजों में एडमिशन के लिए कम बल्कि जानकारी लेने के लिए अधिक पहुंच। जहां वे कटऑफ में ही उलझे रहे। दूसरे दिन कॉलेज के नाम एडमिशन को ड्राफ्ट बनवाना था। दो दिन स्टूडेंट्स को इसका प्रोसेस समझने में ही निकल गया। वहीं सैकड़ों स्टूडेंट्स का कॉलेज में भेजी गई कटऑफ में नाम ही नहीं था। जबकि उनकी परसेंटेज कटऑफ से काफी अधिक है। कुछ स्टूडेंट्स की कैटेगरी ही चेंज कर दी गई। अब ये सभी एडमिशन के समाधान को यूनिवर्सिटी के चक्कर काट रहे हैं।

अंतिम दिन अधिक समस्याएं

कटऑफ मेरिट के अनुसार एडमिशन का सोमवार को आखिरी दिन था। कॉलेजों और बैंक में स्टूडेंट्स की जमकर भीड़ लगी रही। जहां स्टूडेंट्स के पास समस्याओं का भंडार था। सैकड़ों स्टूडेंट्स एडमिशन के लिए मारे-मारे फिर रहे थे। जिनके साथ मेरिट में गड़बड़ी की गई थी। जिन्होंने रजिस्ट्रेशन में एंट्री कुछ की थी और कॉलेज में गई डिटेल में कुछ अलग था। इसके चलते आखिरी दिन एडमिशन पूरे करना मुश्किल था। आखिरी दिन यूनिवर्सिटी को एडमिशन सेल की मीटिंग करनी पड़ी।

एडमिशन में समस्या

यूनिवर्सिटी ने एक दिन एडमिशन के लिए बढ़ा दिया है। लेकिन स्टूडेंट्स की समस्या का समाधान यूनिवर्सिटी के पास नहीं है। यूनिवर्सिटी पहुंचे सैकड़ों स्टूडेंट्स का कहना है कि उन्होंने फार्म फिलअप करते समय वोकेशनल के ऑप्शन को नो की जगह येस कर दिया। इसके साथ ही प्रैक्टिकल और थ्योरी के नंबर अलग हो गए और परसेंटेज डाउन हो गई। जबकि दूसरे स्टूडेंट्स की परसेंटेज काफी कम है और उनका मेरिट में नाम आ गया। जबकि उनकी परसेंटेज ओबीसी में भी 7ब् परसेंट से अधिक है।

इनकी सुनो

सैकड़ों स्टूडेंट्स ऐसे हैं जिनको एडमिशन के लिए मैसेज गए। उन्होंने सेकंड और थर्ड कटऑफ के लिए अपनी डिटेल निकाली। जब वे कॉलेज एडमिशन के लिए पहुंचे तो उनकी कैटेगरी ही बदल दी गई। कॉलेजों में मेरिट लिस्ट से उनका नाम ही साफ कर दिया गया। इसको लेकर वे जब समस्या का समाधान खोजने यूनिवर्सिटी पहुंचे तो वहां उनको दूसरे कॉलेज में रजिस्ट्रेशन का सजेशन दिया गया। जबकि उनका एडमिशन केवल गलत कैटेगरी के कारण नहीं हो पा रहा है।

हाल-ए-कॉलेज

यूनिवर्सिटी से संबद्ध बीए कोर्स के लिए क्क्फ् कॉलेज हैं। वहीं बीएससी के लिए ब्क्, बीकॉम के लिए म्8 और बीएससी एजी के लिए 9 कॉलेज हैं। गवर्नमेंट और एडेड कालेजों में बीए की क्9,ख्00 सीटों के लिए 7ब्,909 रजिस्ट्रेशन हुए़ बीकॉम में ब्9ख्0 सीट के लिए ख्9ब्0म्, बीएससी बायो और मैथ्स में 8भ्फ्0 सीट पर फ्ब्म्क्भ् रजिस्ट्रेशन हुए़ यूनिवर्सिटी की वेबसाइट से लास्ट डेट तक क्8ब्978 ई-कूपन खरीदे गए। कुल क्7ख्7म्0 एप्लीकेशन फिलअप की गई और क्7ख्म्भ्ब् सबमिट हुए। क्ख्ख्क्8 स्टूडेंट्स ई-कूपन खरीदने के बाद फार्म सबिमट नहीं कर पाए थे।

कॉलेज भी बढ़ाए गए

सीसीएस यूनिवर्सिटी से संबद्ध दस जिलों के कॉलेजों में रजिस्ट्रेशन हुए। जो छह जून को समाप्त हो गए। सीसीएसयू से संबद्ध म्भ् एडेड और गवर्नमेंट कॉलेज हैं और क्00 से अधिक सेल्फ फाइनेंस कॉलेज हैं। जिनमें बीए, बीएससी, बीसीए, बीबीए, बीकॉम और अन्य सब्जेक्ट में एक लाख पंद्रह हजार के करीब सीटें हैं। वहीं रजिस्ट्रेशन की संख्या इन सीटों पर पूरी नहीं पड़ती। भले ही बीए व बीकॉम के लिए क्9 कॉलेजों को मान्यता मिली। जिनमें फिलहाल रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया क्भ् को खत्म हो जाएगी।

एडमिशन का सीन

बीकॉम में टोटल सीटें - ब्980

टोटल अप्लाई - म्म्क्0ख्

टोटल रजिस्ट्रेशन - ख्9ब्0म्

एडमिशन के बाद बचे स्टूडेंट्स - ख्ब्ब्ख्म्

टोटल कॉलेज - ब्क्

बीए में टोटल सीटें - क्9क्ख्0

टोटल अप्लाई - क्म्0ख्म्9

टोटल रजिस्ट्रेशन - 7भ्9ब्म्

एडमिशन के बाद बचे स्टूडेंट्स - भ्म्8ख्म्

टोटल कॉलेज - भ्9

बीएससी में टोटल सीटें - 8भ्फ्0

टोटल अप्लाई - 8999ख्

टोटल रजिस्ट्रेशन - फ्ब्म्क्भ्

एडमिशन के बाद बचे स्टूडेंट्स - ख्म्08भ्

टोटल कॉलेज - 87

मेरठ रीजन में स्टूडेंट्स

इंटर की परीक्षा में पास मेल स्टूडेंट्स - फ्फ्9ख्म्7

इंटर की परीक्षा में पास फीमेल स्टूडेंट्स - ख्ख्7भ्ख्0

इंटर की परीक्षा में कुल पास स्टूडेंट्स - भ्म्म्787

सीबीएसई बोर्ड में पास स्टूडेंट्स - 9000

आईसीएसई बोर्ड में पास स्टूडेंट्स - 900

----------------अभी जोड़ और आएगा