- परीक्षार्थियों को ढेड़ घंटे लेट मिला ड्राइंग का पेपर

- नोडल केन्द्र मात्र 100 पेपर एग्जाम में बैठे 400 परीक्षार्थी

आगरा। शासन की मंशा के अनुरुप विवि का परीक्षा की सुचेता और स्वच्छता का दावा अव्यवस्था से फेल हो गया। केन्द्र पर एग्जाम देने पहुंचे परीक्षार्थियों को पेपर, कॉपी की समस्या से जूझना पड़ा।

डॉ। भीमराव आम्बेडकर विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित मुख्य परीक्षा में सोमवार को भारी अव्यवस्थाएं नजर आई। नोडल केन्द्र पर भी पेपर, कॉपियां शॉर्ट रहीं। इस पर कॉलेज संचालकों को भी भारी परेशानी उठानी पड़ी।

परीक्षार्थी को नहीं मिला ड्राइंग पेपर

सोमवार को ड्रांइक के एग्जाम में बड़ी अव्यवस्था देखने को मिली। मैनपुरी के महाविद्यालय कोड संख्या 244 पर सुबह समय परीक्षार्थी केन्द्र पर एग्जाम के लिए पहुंच गये। लेकिन उन्हें पेपर नहीं दिया गया। आनन-फानन में जब केन्द्र प्रभारी को पेपर नहीं होने की जानकारी मिली तो उन्होंने संबंधित नोडल केन्द्र पर संपर्क बताया गया कि वहां भी ड्रांइग पेपर उपलब्ध नहीं था। इस पर किसी तरह दूसरे स्थान से पेपर उपलब्ध कराया गया।

बीएससी के 100 पेपर 400 परीक्षार्थी

विश्वविद्यालय की बीएससी परीक्षा में चार सौ स्टूडेंट्स पर सौ पेपर मिले। इससे परीक्षार्थियों को पेपर के लिए इंतजार करना पड़ा। विवि सूत्रों का कहना है कि कॉलेज कोड संख्या 325 और 062 में परीक्षार्थियों की संख्या करीब चार सौ रही, पेपर मात्र सौ ही थे। इस पर कॉलेज संचालक और केन्द्र व्यवस्थापकों को नोडल सेंटर तक दौड़ लगानी पड़ी। वहीं एक और केन्द्र पर परीक्षार्थियों की संख्या 2000 और पेपर 1500 मिले।

केन्द्र व्यवस्थापक के लिए बनी मुसीबत

विश्वविद्यालय की परीक्षा केन्द्र व्यवस्थापक के लिए परेशानी बन गई है। पेपर और कॉपियां पर्याप्त मात्रा में नहीं होने से उन्हें नोडल केन्द्रों पर दौड़ लगानी पड़ रही है। केन्द्र व्यवस्थापको ने विवि अधिकारियों पर अव्यवस्था फैलाने का आरोप लगाया।