पांच साल में हुई स्ट्राइक्स पर बनानी होगी प्रैक्टिकल फाइल

प्रेजेंटेशन बनाने में एक्स आर्मी ऑफिसर्स से मदद ले सकेंगे स्टूडेंट्स

Meerut. यूजीसी नए सेशन से डिफेंस के स्टूडेंट्स के सिलेबस में कुछ नए टॉपिक्स को ऐड करने जा रही है. जिनमें इंडिया ने अभी तक कितने बड़े ऑपरेशंस पर काम किया है.. कितनों पर सफलता मिली.. सर्जिकल स्ट्राइक क्या होती है आदि शामिल हैं. अब नए सेशन से इसी तरह के टॉपिक्स पर डिफेंस के स्टूडेंट्स को न सिर्फ प्रैक्टिकल फाइल तैयार करनी होगी बल्कि इन टॉपिक्स पर प्रेजेंटेशन देने के साथ ही विस्तृत चर्चा भी होगी.

चुने जाएंगे टॉपिक्स

यूजीसी के अनुसार पिछले पांच सालों में भारत की तरफ की जाने वाली स्ट्राइक्स को लेकर ही टॉपिक्स चुने जाएंगे. कारण, पांच साल पहले तक किसी सरकार ने किसी सर्जिकल स्ट्राइक के बारे में कोई जानकारी नहीं दी है. यूजीसी के मुताबिक फिलहाल नए सेशन से सर्जिकल स्ट्राइक और एयर स्ट्राइक से जुड़े टॉपिक्स डिफेंस के सिलेबस में ऐड किए जाएंगे.

एक्स आर्मी ऑफिसर्स की मदद

स्ट्राइक्स के टॉपिक पर प्रैक्टिकल फाइल, प्रेजेंटेशन और डिबेट के लिए स्टूडेंट्स एक्स आर्मी ऑफिसर से भी हेल्प ले सकते हैं. दरअसल, एक्स आर्मी ऑफिसर्स ही बेहतर तरीके इन स्ट्राइक के बारे में स्टूडेंट्स को समझा पाएंगे. स्टूडेंट्स को बताना होगा कि सर्जिकल स्ट्राइक क्या होती है, एरिया सर्वे बाई मैप, कैसे कंडक्ट होता है और अगर संभव हो तो स्टूडेंट इसे ग्राउंड पर जाकर भी समझ सकते हैं. साथ ही स्ट्राइक्स के पॉजिटिव व नेगेटिव इफेक्ट्स भी प्रैक्टिकल फाइल में ऐड करने होंगे.

डिफेंस के सैकड़ों स्टूडेंट

मेरठ कॉलेज में यूजी लेवल पर 250 व पीजी लेवल पर 70 स्टूडेंट्स डिफेंस के हैं. इसके अलावा 25 रिसर्च स्कोलर है.

अभी इस बारे में कोई मेल नहीं आई है. अगर ऐसा होता है तो उसमें हमें एक्स आर्मी ऑफिसर की मदद लेनी होगी, क्योंकि हम पहले भी इस तरह के टॉपिक्स पर उनकी हेल्प लेते रहे हैं.

डॉ. हेमंत पांडे, एचओडी, डिफेंस, मेरठ कॉलेज