पढ़ाई में मन नहीं लगा तो चार छात्र हास्टल से भागकर मेरठ में पहुंच गए

-नौचंदी में फकरुद्दीन ने नौकरी देने के बहाने बंधक बनाकर रख लिया था

Meerut: असम के तीनसुकिया हाफिजिया मदरसे के हास्टल से भागे चार छात्रों को नौचंदी में बंधक बना लिया गया। छात्र पढ़ाई में मन नहीं लगने के कारण हास्टल से भागकर मेरठ के रेलवे स्टेशन पर पहुंच गए थे, जहां पर नौचंदी के फकरुद्दीन ने नौकरी दिलाने के बहाने बंधक बना लिया।

हास्टल से हो गए थे लापता

प्रेस कांफ्रेंस में सीओ विनोद सिरोही ने बताया कि असम के तीनसुकिया हाफिजिया मदरसे में पढ़ने वाले छात्र अली खान, रियाजुल इस्लाम, बहारुल इस्लाम और फैजुल इस्लाम 29 सितंबर को मदरसे के हास्टल से लापता हो गए थे। मदरसे की ओर से चारों छात्रों की गुमशुदगी झुरियां थाने में दर्ज करा दी गई। परिवार के लोग और हास्टल के संचालक खुद भी छात्रों की तलाश कर रहे थे। अचानक नौचंदी में रहने वाले रफीकुद्दीन के मोबाइल से अली खान ने अपने परिजनों को कॉल कर दी। कॉल पर पूरी बात नहीं हो पाई और बीच में ही कट गई। इसी बीच परिवार के लोगों ने फकरुद्दीन के मोबाइल पर कॉल की, जिसे फकरुद्दीन ने रिसीव कर खुद को लखनऊ में रहने की बात कही। तभी परिवार के लोग असम के सुनीतपुर जमीयत उलेमा-ए-हिंद जलालुद्दीन को साथ लेकर लखनऊ में पहुंच गए।

ऐसे हुई चारों छात्रों की तलाश

मोहम्मद जलालुद्दीन लखनऊ में पहुंचकर महिला सम्मान प्रकोष्ठ की एसएसपी और एसटीएफ के एसएसपी से मिले। एसटीएफ ने मोबाइल की लोकेशन मिली, जिसमें सामने आया कि मेरठ के नौचंदी एरिया से रफीकुद्दीन बातें कर रहे थे। जलालुद्दीन छात्रों के परिवार के साथ एसएसपी जे रविंदर गौड से मिले। सीओ सिविल लाइन विनोद सिरोही को छात्रों की बरामदगी में लगा दिया। इंस्पेक्टर नौचंदी के साथ मिलकर फकरुद्दीन के घर को तलाश कर चारों छात्रों को बरामद कर लिया है। साथ ही रफीकुद्दीन को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है।