- यूपीटीटीआई डायरेक्टर ने कहा, स्टूडेंट्स की बेहतरी के लिए बदलाव कर रहे हैं

- समर कैंप में ट्रेनिंग लेने वाले स्टूडेंट्स से लिया जाएगा फीडबैक

- स्टूडेंट्स को ऐसी ट्रेनिंग दी जाएगी जो कि प्लेसमेंट में फायदेमंद हो

KANPUR: उत्तर प्रदेश टेक्सटाइल ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट में स्टूडेंट्स के सिलेबस में बदलाव के बाद अब प्रोजेक्ट पर फोकस किया जाएगा। अब स्टूडेंट्स को ऐसे प्रोजेक्ट पर काम करना होगा, जिनमें उनकी रुचि हो और वह समाज के लिए फायदेमंद भी साबित हों। यही नहीं स्टूडेंट्स समर ट्रेनिंग में जाएंगे, जिसके बाद उनसे फीडबैक लिया जाएगा। इस फीडबैक के आधार पर स्टूडेंट्स को कैंपस में शिक्षित ि1कया जाएगा।

आम लोगों से जुड़े प्रोजेक्ट मिलेंगे

डायरेक्टर प्रो। मुकेश कुमार ने चार्ज लेने के बाद पुराने सिस्टम को चेंज करने की कवायद शुरू कर दी है। उन्होंने बताया कि स्टूडेंट्स को प्रोजेक्ट सिर्फ खानापूरी कराने के लिए नहीं दिए जाएंगे। स्टूडेंट्स से उनकी रुचि के बारे में जानकारी हासिल की जाएगी। जब छात्र बताएंगे उन्हें इस फील्ड में काम करने में ज्यादा मजा आएगा तब उन्हें ऐसा प्रोजेक्ट दिया जाएगा कि उसका प्रयोग समाज के हित में किया जा सके। आम लोगों से कनेक्ट करने वाले प्रोजेक्ट पर ही काम कराया जाएगा।

इंडस्ट्री को पहले ही दिन से इनपुट मिले

स्टूडेंट्स का कैंपस प्लेसमेंट और अच्छा हो सके इसके लिए भी कुछ बदलाव किए जाएंगे। स्टूडेंट्स से समर ट्रेनिंग का फीड बैक लिया जाएगा। इस फीडबैक के बेसिस पर स्टूडेंट्स को और अपडेट किया जाएगा ताकि स्टूडेंट्स को इंडस्ट्री के लेवल पर लाया जा सके। स्टूडेंट्स को लैब में जो भी इक्यूपमेंट चाहिए होंगे उनका अरेजमेंट किया जा रहा है।