Lucknow: अब महफिल जमाने के लिए सिर्फ आर्केस्ट्रा, डीजे या आइटम गर्ल की डिमांड के साथ साइकिल स्टंटमैन की मांग भी शुरू हो गई है। कम बजट और छोटी सी जगह में हैरतअंगेज कारनामें दिखाने वाले इन साइकिल स्टंटमैन को अब लोग अपने घरेलू समारोह में भी बुलाने लगे हैं। शादी,  मैरिज एनीवर्सरी, बर्थडे हो या फिर सेलीब्रेशन का कोई और मौका, इन स्टंटमैन को लोग हाथों-हाथ ले रहे हैं। साइकिल स्टंट में जुटे यंगस्टर्स बताते हैं कि ये कुछ लेागों के लिए ऐज ए करियर एक अच्छी शुरुआत हो सकती है।
कुछ नया चाहिए
साइकिल स्टंट करने वाले मिकी के अनुसार शहर में होने वाली पार्टीज में अब तक आर्केस्ट्रा, डीजे या फिर मैजिकल प्रोग्राम ही होते रहे हैं। लेकिन अब ट्रेंड चेंज हो रहा है। अब लोग पार्टीज में साइकिल स्टंट जैसे आयोजन भी करवा रहे हैं। आर्केस्ट्रा और डीजे से अब लोग ऊब चुके हैं। यंगस्तिान को कुछ नया चाहिए। रोमांचक होने के कारण स्टंट के प्रोग्राम्स की डिमांड तेजी से बढ़ रही है। इस प्रोग्राम को देखने वालों की आंखे स्टंटमैन पर लगी रहती हैं.
बस थोड़ी सी जगह
साइकिल स्टंटमैन फेमस फ्री स्टाइलर आयुष गुप्ता ने बताया कि हमारे आयोजन में जगह बहुत कम लगती है। हमें कोई बहुत बड़ा स्पेस नहीं चाहिए होता। खुले आसमान के नीचे थोड़ी सी जगह ही हमारे स्टंट के लिए बहुत होती है। अन्य बड़ी पार्टीज की तरह हमें कोई माइक, ज्यादा लाइट भी नहीं चाहिए होती। किसी तरह के मंच की जरूरत भी नहीं होती। इसी कारण तमाम फंक्शन्स में अब हमें परफार्म करने का मौका मिल रहा है। आमिर ने बताया कि अभी हमारे प्रदेश में साइकिल स्टंट के इतने मुकाबले नहीं होते हैं। अदर स्टेट्स में साइकिल स्टंट प्लेयर्स बहुत कम हैं। ऐसे में इन आयोजनों के माध्यम से साइकिल स्टंट का बढ़ावा मिलेगा। साइकिल स्टंट से जुड़े यंगस्टर्स को हाईलाइट  होने का चांस भी मिलेगा।
महंगी होती है साइकिल
तीन साल से स्टंट कर रहे गौरव शाक्य ने बताया कि सिर्फ लखनऊ में ही नहीं बल्कि अब दूसरे जिलों से भी साइकिल स्टंट शो की डिमांड आने लगी है। बहुत सी जगह हम पहुंच भी नहीं पाते। ज्यादा दूर की जगहोंं पर जाने के लिए हमें साइकिल ले जाने में परेशानी होती है। इसके लिए पहले गाड़ी बुक करनी पड़ती है, तभी वहां पहुंचा जा सकता है। आदित्य शुक्ला ने बताया कि स्टंट वाली साइकिलें थोड़ी महंगी होती हैं। इसका रखरखाव करना आसान नहीं होता है। सामान्य साइकिल की दुकानों पर इसे नहीं बनवाया जा सकता। शहर में इसकी गिनी-चुनी दुकानें हैं। ऐसे में इन आयोजनों से मिलने वाली धनराशि से हम अपनी साइकिल के रखरखाव पर खर्च करते हैं।
निकलता है जेब खर्च
लखनऊ एडवेंचर स्पोट्र्स साइकिल स्टंटिंग एसोसिएशन के सचिव रवाब हैदर ने बताया कि पार्टीज की बुकिंग होने से इन खिलाडिय़ों को फायदा हो रहा है। इन खिलाडिय़ों का जेब खर्च निकल आता है। स्टंट के दौरान हैरतअंगेज कारनामें देखने को मिलते हैं। इसके चलते सभी एज गु्रप को यह पसंद आता है। कम जगह में आयोजन हो जाने के कारण लोगों में इसके प्रति क्रेज बढ़ रहा है। प्राइवेट पार्टीज की बुकिंग के साथ ही तमाम कंपनियां भी अपने प्रचार-प्रसार के लिए इनकों बुक कर रही हैं।