- चाकू से गोदकर नृशंस हत्या की, अ‌र्द्धनग्न हालत में शव मिला

- आईजी और एसएसपी ने जांच की, इंस्पेक्टर को लाइन हाजिर किया

KANPUR :

सजेती थाने में एक दरोगा की चाकू से गोदकर नृशंस हत्या कर दी गई। दरोगा का लहूलुहान शव थाने परिसर स्थित उसके आवास में अ‌र्द्धनग्न हालत में पड़ा मिला। शाम को साथियों के गेट खुलवाने पर वारदात का खुलासा हुआ। थाने की पुलिस के साथ ही आईजी, एसएसपी एसपी ग्रामीण और फोरेंसिक टीम ने मौके पर पहुंचकर जांच की। शुरुआती जांच में दरोगा के दो शादी करने का पता चला है। आईजी और एसएसपी ने खुलासे के लिए क्राइम ब्रांच को लगाया है।

एक साल पहले हुए थे प्रमोट

मूलरूप से सीतापुर के रामकुंड गांव निवासी बच्चा लाल गौतम पुलिस विभाग में कांस्टेबल पद पर तैनात थे। उनका हाल में ही दरोगा पद पर प्रमोशन हुआ था। वह 16 दिसंबर 2017 से सजेती थाने में तैनात थे। वह थाने परिसर स्थित आवास में रहते थे। सोमवार को ड्यूटी के बाद कमरे में आराम करने गए थे। इसके बाद वह किसी को दिखाई नहीं दिए। शाम को करीब साढ़े छह बजे मुंशी अजय पाल ने ड्यूटी के लिए बच्चा लाल को फोन किया तो उनका फोन नॉट रिचेबल था। इस पर मुंशी अजय पाल बच्चा को बुलाने के लिए उसके कमरे पहुंच गए। गेट खुला होने पर अंदर गए तो वहां पर तखत पर बच्चा लाल का लहूलुहान शव पड़ा था। जिसे देखते ही वह चीखते हुए बाहर आए। इंस्पेक्टर ने आला अफसरों को जानकारी दी तो थाने में दरोगा के मर्डर को सुनकर उनके भी होश उड़ गए। एसएसपी, एसपी ग्रामीण और फोरेंसिक टीम वहां पहुंच गई। कुछ ही देर में आईजी ने भी वहां पहुंचकर जानकारी की।

खून से सना चाकू मिला, करीबी पर शक

कमरे में बच्चा लाल की अंडरवियर में लाश मिली है। फोरेंसिक टीम को वहां पर खून से सने सब्जी काटने वाले चाकू के साथ ही टेबल पर दो ग्लास और बर्तन मिले हैं। माना जा रहा है कि सोमवार रात बच्चा से उसका कोई करीबी मिलने आया था। दोनों ने पहले साथ में बैठकर कुछ खाया और पानी पिया। इसके बाद उनमें किसी बात को लेकर झगड़ा हो गया। गुस्से में बच्चा के करीबी ने उस पर हमला बोल दिया और चाकू से गोदकर उसकी हत्या कर दी। कूलर की आवाज से बच्चा की चीख किसी को सुनाई नहीं दी। अब पुलिस यह पता लगा रही है कि बच्चा से उस दिन कौन मिलने आया था।

हरदोई में युवती से की थी दूसरी शादी

दरोगा बच्चा लाल इससे पहले हरदोई में तैनात थे। वहां उसके एक महिला से संबंध हो गए थे। बताया जा रहा है कि दरोगा ने उससे शादी कर ली थी। उससे दो बच्चे भी हैं। दरोगा की दोनों पत्नियां अलग रहती हैं। दरोगा दोनों का खर्च उठा रहे थे। साथियों के मुताबिक दो शादी की वजह से बच्चा लाल काफी परेशान रहते थे। पुलिस इस बिंदु पर भी जांच कर रही है।

तो बच जाती दरोगा की जान

दरोगा बच्चा लाल का इटावा ट्रांसफर हो गया था, लेकिन उनको अभी तक रिलीव नहीं किया गया था। साथियों का कहना है कि अगर दरोगा का ट्रांसफर हो जाता तो शायद उनकी जान बच जाती।