- कंपनी वेबसाइट पर 'स्क्रोल ऑफ ऑनर' में नाम, पब्लिक कह कह रही नहीं छोड़ी सब्सिडी

- आखिर कैसे हो रही है इस तरह की घपलेबाजी, एजेंसियों के पास पहुंच रही हैं शिकायतें

sharma.saurabh@inext.co.in

Meerut : आम पब्लिक के साथ आपने कई तरह के धोखे हुए देखे, सुने होंगे। लेकिन आज आपसे हम जिस तरह के धोखे की बात करने जा रहे हैं उससे आप भी सोचने पर मजबूर हो जाएंगे कि कहीं हम भी तो इसका शिकार तो नहीं हो रहे हैं। जी, हां, घरेलू गैस सिलेंडर पर हर कंपनी वालों ने ऐसे लोगों की लिस्ट अपडेट की है जो जिन्होंने सब्सिडी छोड़ दी है। जब आई नेक्स्ट उन लोगों से बात की तो बड़ा खुलासा हुआ, जिसे सुनकर आप भी चौंक जाएंगे।

ये हुआ खुलासा

आई नेक्स्ट द्वारा उपभोक्ताओं से बात करने पर खुलासा हुआ कि उन्होंने अपनी सब्सिडी वापस ही नहीं की है। साथ उन्हें इस बात की जानकारी ही नहीं है कि उनका नाम सब्सिडी छोड़ने वालों में कैसे आ गया? इस बारे में जागृति विहार निवासी संजय कुमार गुप्ता से बात करने पर उन्होंने बताया कि उन्होंने ऐसा कोई फॉर्म फिलअप नहीं किया कि जिससे सब्सिडी छोड़ने की बात कही हो। मैं इस बारे में एजेंसी से बात करूंगा। आई नेक्स्ट से संजय जैसे करीब 6 लोगों से बात की थी।

ऑनलाइन है पूरी प्रक्रिया

वहीं गैस एजेंसी मालिकों की बात करें तो उन्होंने इससे अपना पूरी तरह से पल्ला झाड़ लिया है। एजेंसी चालकों का कहना है कि सब्सिडी छोड़ने के लिए पूरी प्रक्रिया ऑनलाइन है। ये सीधा कंपनी वेबसाइट्स पर किया जाता है। वहीं पर ही उसकी पूरी लिस्ट अपडेट होती है। अब से लोगों से गलती से हुआ है या जानबूझकर किया इसका खामियाजा तो कंज्यूमर्स को ही भुगतना पड़ेगा।

90 से ज्यादा नाम

अगर कंपनी वेबसाइट की बात करें तो एचपी, भारत गैस और इंडेन गैस की वेबसाइट्स पर 90 से ज्यादा नाम हैं। जिन्होंने अपनी घरेलू गैस सिलेंडर्स से सब्सिडी छोड़ने की बात कही है। अगर कंपनी वाइज आंकड़ों की बात करें तो सोमवार तक सिटी में भारत गैस के 35 उपभोक्ताओं ने अपनी सब्सिडी को दान कर दी। वहीं हिंदुस्तान पेट्रोलियम गैस के 27 कंज्यूमर्स ने घरेलू गैस सिलेंडर्स से सब्सिडी से छोड़ी। वहीं इंडेन गैस के करीब 30 कंज्यूमर्स ने सब्सिडी छोड़ दी है।

आगे आए हजारों लोग

मेरठ ही नहीं से बल्कि पूरे देश से लोगों ने सब्सिडी को छोड़ा है। अगर तीन कंपनियों के नेशन वाइज आंकड़ों पर नजर दौड़ाए तो भारत पेट्रोलियम के 6075, एचपी से 9108 और इंडेन से 9671 लोगों ने अपनी सब्सिडी छोड़ दी है। अगर इनमें से 20 फीसदी लोगों ने भी ये कह दिया कि उन्होंने सब्सिडी नहीं छोड़ी है तो काफी बड़ी घपलेबाजी कहलाएगी।

क्या है स्क्रोल ऑफ ऑनर

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशभर में रईसों से अपील की थी कि वे देश निर्माण में सहयोग के लिए स्वेच्छा से गैस पर मिलने वाली सब्सिडी नकार दें। इससे जो आर्थिक बचत होगी, उसे देश के निर्माण के कार्य में लगाया जाएगा। ऐसे उपभोक्ताओं को स्क्रोल ऑफ ऑनर से नवाजा जाएगा। ऑनलाइन भी कर सकते हैं आवेदन स्क्रोल ऑफ ऑनर यानी स्वेच्छा से सब्सिडी घर बैठ नकारी जा सकती है। http://indane।

co.in/scroll_honour.php पर जाकर आप अपने रसोई गैस कंज्यूमर नंबर और राज्य का नाम देकर स्क्रोल ऑफ ऑनर पा सकते हैं। यही नहीं अब तक देश भर से जिन लोगों ने सब्सिडी लेने से इनकार किया है, उनके नाम भी वेबसाइट पर दिए जा रहे हैं।

सब्सिडी और बिना सब्सिडी वाले सिलेंडर के रेट

उपभोक्ताओं को इस समय साल भर में क्ब्.ख् किलो के सब्सिडी वाले क्ख् गैस सिलेंडर मिलते हैं। इस समय बिना सब्सिडी वाला सिलेंडर ब्फ्ब्.भ्0 रुपए में मिल रहा है। वहीं बिना सब्सिडी वाले सिलेंडर का रेट 7ख्ब्.भ्0 रुपए है।

पब्लिक वर्जन

मैंने कोई भी ऐसा फॉर्म फिलअप नहीं किया है, जिससे मेरी सब्सिडी खत्म हो जाए। अगर ऐसा हुआ है तो इस बारे में एजेंसी में बात करूंगा।

- संजय कुमार गुप्ता, जागृति विहार

मैंने अपने भाई को अपना सिलेंडर ट्रांसफर किया है। लेकिन वो भी यही कह रहा है कि उसने भी सब्सिडी न लेने या दान करने का फॉर्म नहीं भरा है।

- ओमपाल, यूनिवर्सिटी कैंपस

हमारी ओर से इस तरह का कोई फॉर्म नहीं फिल हुआ। मुझे इस बारे में कोई जानकारी भी नहीं है। अगर ऐसा है तो मैं चेक करूंगी।

- रश्मि जैन, साकेत

मुझे इस बारे में कोई जानकारी नहीं है। हो सकता है मुझसे मिस्टेक से हो गया हो, मैंने कुछ दिन पहले वेबसाइट पर गया था। तक ही कुछ गलत हुआ हो।

- सुधाकर, प्रगति नगर

मैंने मेरी फैमिली मेंबर में से किसी ने भी इस तरह का कोई फॉर्म नहीं फिल किया है। अगर ऐसा है तो मैं जरूर चेक करूंगा। आखिर ऐसे हो कैसे गया?

- पवन कुमार सिंह सोम, लक्ष्मी नगर

वर्जन

ऐसा कई लोगों के साथ हो रहा है कि जिन लोगों ने उस ऑप्शन के साथ छेड़छाड़ की। वो उन लोगों की लिस्ट में शामिल हो गए। ऐसे कई लोगों के कॉल मेरे पास आ रहे हैं। मैं सिर्फ उनसे एप्लीकेशन ले रहा हूं। उन्हें कंपनी में फॉरवर्ड कर रहा हूं।

- नमो जैन, प्रेसीडेंट, डिस्ट्रिक्ट एलपीजी डिस्ट्रीब्यूटर एसोसिएशन

लोगों को काफी सोच समझकर करना चाहिए, क्योंकि ये पूरा प्रोसीजर ऑनलाइन है। इससे एजेंसी का कोई कनेक्शन नहीं है। पब्लिक को इसमें काफी अहतियात बरतने की जरूरत है।

- देवेंद्र मोहन, डिस्ट्रीब्यूर, मोहन गैस एजेंसी

फैक्ट एंड फिगर

- डिस्ट्रिक्ट में एचपी के फ्भ् कंज्यूमर्स की सब्सिडी छोड़ने वालों की लिस्ट।

- डिस्ट्रिक्ट में बीपीसी के ख्7 कंज्यूमर्स की सब्सिडी छोड़ने वालों की लिस्ट।

- जिले में गैस कनेक्शन की संख्या ब्.भ् लाख।

- सिटी में गैस कनेक्शन की संख्या फ् लाख।

- रोजाना जिले में सिलेंडर की खपत क्ख्000.

- रोजाना सिटी में सिलेंडर की खपत 8000.

- जिले में कुल गैस एजेंसी की संख्या ब्0.

- सिटी में कुल गैस एजेंसी की संख्या फ्0.