-डिस्ट्रिक्ट में आठ ब्लॉक के PHC--CHC पर शुरू होगी जांच

-ग्लूकोमीटर किट से लैस रहेंगी ANM

gend>

VARANASI

डिस्ट्रिक्ट की सभी एएनएम अब ग्लूकोमीटर किट से लैस होंगी, उन्हें इसलिए लैस किया जा रहा है ताकि प्रेग्नेंट लेडी को शुगर से बचाया जा सके। ग्लूकोमीटर से वह प्रेग्नेंट लेडी की शुगर जांच करेंगीक् और रिपोर्ट पर उन्हें दवाएं, या इंसुलिन तक मुहैया कराएंगी। डिस्ट्रिक्ट के आठ ब्लॉक के सीएचसी-पीएचसी पर ग्लूकोमीटर की खेप पहुंच चुकी है। व‌र्ल्ड डायबिटिक फाउंडेशन के प्रोजेक्ट मैनेजर डॉ। राजेश जैन की ओर से डॉक्टर्स और एनएनएम को प्रशिक्षण भी दिया जा रहा है। ताकि ऐसी महिलाओं की स्क्रीनिंग कर उनका सही उपचार किया जा सके।

नियमित व्यायाम जरुरी

गर्भावस्था के दौरान डायबिटीज कि ऐसी महिलाओं के बच्चों को ख्ख् वर्ष की अल्पायु में ही मधुमेह होने का खतरा बना रहता है या जन्म के ख्8 दिनों के भीतर उनकी मृत्यु की आशंका रहती है। प्रदेश की आबादी लगभग ख्7 करोड़ है। इसमें से 70 लाख महिलाएं प्रतिवर्ष गर्भधारण करतीं हैं, जिसमें से क्भ् फीसद गर्भवती महिलाएं मधुमेह से ग्रस्त हो जाती हैं। यानि हर म् में से एक गर्भवती महिला डायबिटिक हो जाती हैं। एमएनपी या नियमित व्यायाम के माध्यम से इस पर नियंत्रण संभव है, लेकिन इसके लिए मधुमेह से ग्रसित महिलाओं की पहचान करना जरूरी है।

ऐसे होगी जांच

-पहली बार गर्भावस्था के क्म् सप्ताह तक

-दूसरी बार ख्ब् से ख्8 सप्ताह में

-तीसरी बार डिलीवरी के म् सप्ताह बाद

डॉक्टर्स के साथ-साथ एएनएम को प्रशिक्षण दिया जा रहा है। हर पीएचसी-सीएचसी पर यह सुविधा उपलब्ध रहेगी।

सीएमओ डॉ। वीबी सिंह