-पीएम ने उठाया था रायबरेली की सुहासिनी बाजपेई का पीसीएस-2015 मुख्य परीक्षा प्रकरण

-सीबीआई के एसपी राजीव रंजन के सामने रखी बात, कैंप कार्यालय पहुंचकर दर्ज कराया बयान

ALLAHABAD: सपा शासनकाल के दौरान लोक सेवा आयोग में हुई भर्तियों में व्याप्त भ्रष्टाचार की जांच को दूसरी बार इलाहाबाद पहुंचे सीबीआई के एसपी राजीव रंजन के सामने गुरुवार को सुहासिनी बाजपेई पहुंची। वही सुहासिनी बाजपेई, जिन्होंने पीसीएस 2015 मुख्य परीक्षा में कॉपी बदलने को लेकर धांधली की बात मीडिया के सामने की थी। बाद में इस प्रकरण को देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने यूपी विधानसभा चुनाव के समय रोहनियां में हुई रैली में उठाया था। सूत्रों की मानें तो सुहासिनी ने कैंप कार्यालय में पहुंचकर एसपी रंजन के सामने पूरे प्रकरण की शिकायत की और जांच अधिकारी सत्येन्द्र सिंह के सामने बयान दर्ज कराया। उनके साथ पांच अन्य छात्राओं ने भी अलग-अलग भर्ती परीक्षाओं में हुई धांधली की शिकायत सीबीआई की टीम से की।

रडार पर चार बड़ी भर्ती परीक्षाएं

सीबीआई की टीम ने जहां पिछले दो दिनों से लोक सेवा आयोग के अध्यक्ष व सदस्यों के कम्प्यूटरों की स्कैनिंग का काम कर रही है। वहीं अब आयोग की चार बड़ी भर्ती परीक्षाओं को लेकर पूछताछ की तैयारियां की जा रही है। सूत्रों ने बताया कि पूछताछ किए जाने की बड़ी वजह यही बन रही है कि कैंप कार्यालय में एक अलग से इंट्रोगेशन रूम बनाया जा रहा है। सूत्रों ने बताया कि होली के बाद टीम पीसीएस 2015, पीसीएस-जे 2015, लोअर सब-ऑर्डिनेट 2015 व आरओ, एआरओ 2014 में चयनित हो चुके अभ्यर्थियों से सीबीआई की टीम होली के बाद पूछताछ कर सकती है।

देर रात तक होती रही स्कैनिंग

आयोग की भर्ती परीक्षाओं में धांधली को लेकर दूसरे चरण में सीबीआई के एसपी राजीव रंजन बीस फरवरी को इलाहाबाद पहुंचे थे। उसी दिन से सीबीआई की फॉरेंसिक टीम ने आयोग के अध्यक्ष व सदस्यों के कम्प्यूटरों को स्कैन करना शुरू किया। यह सिलसिला गुरुवार को सुबह दस बजे से चलता रहा। सूत्रों की मानें तो एसपी रंजन दिन में कैंप कार्यालय चले गए थे। लेकिन देर रात तक टीम के अन्य सदस्य आयोग परिसर में मौजूद रहे और कम्प्यूटरों से डाटा को स्कैनिंग किया गया।