पुलिस और अस्पताल के अधिकारियों का कहना है तारमीया शहर में स्थित सैन्य अड्डे पर हुए इस हमले करीब 40 घायल हो गए हैं.

अधिकारियों के अनुसार दो आत्मघाती हमलावर विस्फोटकों से लदी हुई गाड़ियों को तारमीया स्थित सैन्य अड्डे तक ले गए.

इन हमलावरों ने एक गाड़ी को सैन्य अड्डे के प्रवेश द्वार पर उड़ा दिया और दूसरी को अड्डे के परिसर में प्रवेश करने के बाद धमाका किया.

हमले

संयुक्त राष्ट्र के मुताबिक़ साल 2008 से इराक़ में हिंसा वारदातों में इज़ाफ़ा हुआ है.

सिंतबर महीने में ही 1000 लोगों की जान जा चुकी है.

इराक़ में गुरूवार को हुए अन्य बम धमाकों में तीन लोगों की मौत हुई थी. यह हमला आना शहर में स्थित एक अन्य सैन्य अड्डे पर हुआ था.

किसी भी गुट ने हमलों की ज़िम्मेदारी नहीं ली है लेकिन शक़ की सुई अल-क़ायदा से जुड़े चरमपंथियों की तरफ़ जा रही है जो सुरक्षा बलों और शिया मुसलमानों को निशाना बनाते हैं.

हिंसा की यह ख़बर ऐसे समय में आई है जब शिया मुसलमान क़र्बला में हुई हज़रत मोहम्मद के पोते हुसैन की शहादत की याद में अशूरा की तैयारियां कर रहे हैं.

शिया नेतृत्व वाली सरकार पर आरोप लगते रहे हैं कि वह सुन्नी अरब अल्पसंख्यकों की शिकायतें दूर करने में असफल रही है जिसमें सुरक्षा बलों द्वारा दुर्व्यवहार भी शामिल है.

International News inextlive from World News Desk