कलाई काटकर बंदी ने की खुदकुशी की कोशिश

माशूका की हत्या के आरोप में दो साल से बंद अभिषेक

GORAKHPUR: शाहपुर के मोती पोखरा मोहल्ले का अभिषेक कुमार दो साल से जेल में बंद है। उसे बैरक नंबर दो में रखा गया है। सोमवार सुबह जेल खुलने पर वह टायलेट गया। टायलेट में ही किसी नुकीली चीज से अपने बाएं हाथ की कलाई काट ली। खून से दीवारों पर मॉम आई मिस यू लिखने लगा। तभी उसकी हरकत पर किसी दूसरे बंदी की नजर पड़ गई। बंदियों के शोर मचाने पर बंदीरक्षक पहुंचे। जेल अधिकारियों को सूचना देकर उसे जेल के अस्पताल में भर्ती कराया। जेल में प्राथमिक उपचार देकर अभिषेक को जिला अस्पताल ले जाया गया। बेटे के कलाई काटने की जानकारी मिलने पर उसकी मां अर्चना पहुंच गई।

एक माह से नहीं हुई बेटे से मुलाकात

मां ने बताया कि दो बेटियों के बीच इकलौता अभिषेक मोहल्ले की युवती एलिना से प्रेम करता था। एलिना के घर में बहन और मां थीं। आठ दिसंबर 2015 की रात अभिषेक और उसकी प्रेमिका एलिना की जहर खाने से हालत बिगड़ गई। दोनों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। वहां इलाज के दौरान एलिना की मौत हो गई। एलिना की मौत पर उसकी बहन और मां ने अभिषेक पर जहर देकर मारने का आरोप लगाया। हत्या का मुकदमा दर्ज कर पुलिस ने अभिषेक को जेल भेज दिया।

हाईकोर्ट में पेडिंग जमानत एप्लीकेशन

अभिषेक के जेल जाने के करीब चार माह बाद एलिना की मां और बहन की हत्या कर दी गई। एलिना के घर आनेजाने वाला टेंपो ड्राइवर मां-बेटी का कत्ल कर कंबल में डेड बॉडी लपेटकर फरार हो गया। टेंपो ड्राइवर शिव प्रसाद को अरेस्ट करके पुलिस ने मां-बेटी के कत्ल का पर्दाफाश किया। कुछ महीनों के बाद शिव प्रसाद को जमानत मिल गई। डबल मर्डर के आरोपी शिव प्रसाद की जमानत होने से अभिषेक डिप्रेशन में चला गया। उसने अपनी मां से मिलनाजुलना बंद कर दिया। एक माह पूर्व अभिषेक की मां मिलने गई तो उसने लौटा दिया। जेल अधिकारियों का कहना है कि जमानत न होने से अभिषेक डिप्रेशन में चला गया।

वर्जन

बंदी के कलाई काटने की सूचना मिली थी। उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। डॉक्टरों ने उसकी हालत खतरे से बाहर बताई है। बंदी की मां को सूचना दे दी गई है।

आरके सिंह, जेलर