पति ने छोड़ दिया था साथ, बीमारी और बेटे के भविष्य को लेकर थी चिंतित

PRAYAGRAJ: जिंदगी से हर कदम पर जंग लड़ रही मैहसर जहां (45) का हौसला बुधवार को टूट गया। पति के साथ छोड़ देने के बाद मायके रह रही मैहसर को गंभीर बीमारी ने जकड़ा और मायकेवालों पर खर्च का बोझ देकर टेंशन में आकर उसने यह कदम उठाया। सुबह वह फांसी पर लटकती मिली। यह देख परिजनों में कोहराम मच गया। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।

25 वर्ष का है एक बेटा

करैली थाना क्षेत्र स्थित केडब्लू-2 जेके आसियाना जियाउद्दीन ने कई साल पहले बेटी मैहसर जहां की शादी अतरसुइया एरिया के बैदन टोला निवासी अनवार अहमद से की थी। बताते हैं कि शादी के बाद सब कुछ ठीक चल रहा था। उसने एक बेटे शाहरुख अहमद को जन्म दिया। इसके कुछ दिनो बाद पति-पत्‍‌नी के रिश्ते में दरार आ गयी। यह इस स्तर तक पहुंच गयी कि पति ने मैहसर से मुंह फेर लिया। इसके बाद वह बेटे के साथ मायके में आकर रहने लगी। कभी कभार अनवार बेटे से बात किया करता था। पिछले दिनो मैहसर की तबियत खराब हो गई। मायके वालों ने काफी इलाज कराया। उपचार अब भी चल रहा था। इस वक्त उसका बेटा करीब 25 वर्ष का है। बुधवार की सुबह उसने रस्सी से फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली। मैहसर के शव को फांसी के फंदे से लटकते देख परिजनों में कोहराम मच गया। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।

महिला कई माह से बीमार थी। पति ने भी छोड़ दिया था। इसी टेंशन में उसने फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली। वह मायके में ही रहती थी।

-विनोद कुमार,

इंस्पेक्टर करैली