गोताखोर भी विफल रहे

राजलक्ष्मी के शव को खोजने के लिए कई गोताखोर मंडे को भी कांके डैम में उतरे थे, पर शाम तक शव बरामद नहीं किया जा सका था। मारवाड़ी कॉलेज में आईएससी की स्टूडेंट राजलक्ष्मी का एक बैग पुलिस ने घटनास्थल से बरामद किया है। बरामद बैग में एक सुसाइडल नोट मिला है, जिसमें लिखा गया है कि आईएम सॉरी मॉम। तुम मेरी जगह रहती तो शायद यही करती। मैं अब कुछ नहीं जानती कि मेरा क्या होगा। अगर भगवान ने मुझे अपने पास बुला लिया, तो मैं बहुत खुशनसीब रहूंगी। अगर नहीं बुला पाए, तो अभागिन रहूंगी। मेरी गलती माफ करना। मैं कुछ कर नहीं सकती। मेरे सुसाइड करने में मेरा हाथ है। अगर मैं बच गई, तो प्लीज मुझे मार देना।

किसने देखा था कूदते हुए?
पुलिस को केवल इंफार्मेशन आई कि कांके डैम में एक छात्रा ने छलांग लगा दी है। छात्रा को छलांग लगाते वक्त किसने देखा था, इस बाबत अभी कोई स्पष्ट संकेत नहीं मिले हैं। ओरमांझी हेल्थ सेंटर में कार्यरत राजलक्ष्मी की मां नेे पुलिस को बताया है कि उनकी बेटी संडे की सुबह आठ बजे के करीब कोचिंग जाने के लिए घर से निकल रही थी। वह छोटे कपड़े पहने हुए थी। थोड़ी देर बाद उसने कपड़े चेंज किए, फिर निकल गई। बाद में पुलिस की ओर से उन्हें सूचित किया गया कि उनकी बेटी कांके डैम में कूद गई है।