-स्टूडेंट ने परेशान करने का लगाया आरोप, नहीं बैठने दे रहे एग्जाम में

-रैगिंग के भी लगे आरोप, 6 स्टूडेंट्स की अटेंडेंस शार्ट

BAREILLY: एसआरएमएस में पीजी स्टूडेंट के सुसाइड के प्रयास की खबर से हड़कंप मच गया। स्टूडेंट ने कॉलेज प्रशासन पर परेशान करने और जबरन स्कूल में न बैठने के आरोप लगाए। उसके साथ में 5 अन्य स्टूडेंट भी आ गए और फिर भोजीपुरा थाना पुलिस से शिकायत की। पुलिस कॉलेज में पहुंची और काफी देर तक हंगामा हुआ। कॉलेज प्रशासन ने अटेंडेंस शॉर्ट होने की वजह से एग्जाम में न बैठने की बात कही है। जिसके बाद पुलिस वापस लौट आयी। एसआरएमएस में अनन्या, प्रियंका और यश कुमार सुसाइड कर चुके हैं और कई बार रैगिंग के भी आरोप लगे हैं।

एग्जाम में बैठने से किया मना

दिल्ली के जनकपुरी के रहने वाला वैभव मंगला, डर्मिटोलॉजी से एमडी कर रहा है। उसके पिता का दिल्ली में क्लीनिक है। वह थर्ड ईयर का स्टूडेंट है। उसका कल से एग्जाम शुरू हो रहा है और उसे एग्जाम में बैठने से मना कर दिया गया। उसे बताया गया कि उसकी अटेंडेंस 45 परसेंट से भी शार्ट है। उसके अलावा पीडियाट्रीशियन स्टूडेंट राघवेंद्र व राशिद, गायनोकलॉजी की स्टूडेंट आकांक्षा, फिजियोलॉजी की स्टूडेंट सोनिया सिंह और जरनल सर्जरी के स्टूडेंट मनित को भी अटेंडेंस शार्ट होने की वजह से नहीं बैठने दिया गया है।

जबरन किया जा रहा परेशान

वैभव का आरोप है कि उसके फ‌र्स्ट ईयर और सेकेंड ईयर में 90 परसेंट से अधिक अटेंडेंटस है। उसने अनन्या के सुसाइड के बाद एंटी रैगिंग सेल में शिकायत की थी, उसके बाद से ही उसे परेशान किया जा रहा है। उसे किसी न किसी बहाने क्लास में बैठने नहीं दिया जा रहा है, जिसकी वजह से उसकी अटेंडेंस शॉर्ट हो जा रही है। उसे साइको भी बता दिया जाता है। उसने आरयू के वीसी, पीएम व एनएचआरसी में भी शिकायत थी। इसी के चलते उसे परेशान किया जा रहा है। उसे भी सुसाइड करने को मजबूर किया जा रहा है। जब उसने पुलिस में शिकायत की लेकिन पुलिस को भी समझाकर लौटा दिया गया।

स्टूडेंट्स की अटेंडेंस शॉर्ट है, इसलिए नियमों के तहत एग्जाम में नहीं बैठने दिया गया है। कॉलेज प्रशासन पर परेशान करने के आरोप गलत हैं। आरोप लगाने वाले स्टूडेंट और पेरेंट्स को भी समझाया गया। रैगिंग व सुसाइड के प्रयास की बात गलत है।

डॉक्टर जेके गोयल, प्रिंसिपल एसआरएमएस