छात्रा के मुंह से झाग निकलता देखकर पेरेंट्स ने आनन-फानन में उसको इलाज के लिए हैलट हॉस्पिटल में एडमिट कराया। डाक्टरों ने छात्रा की हालत नाजुक बताई है।

पेरेंट्स ने कहा, छोड़ दो पढ़ाई

सचेंडी के रहने वाले सुघर सिंह प्राइवेट फैक्ट्री में जॉब करते हैं। उनकी बड़ी बेटी प्रीति (22) सिटी के एक इंस्टीट्यूट में बीटेक फस्र्ट इयर की स्टूडेंट है। घर की आर्थिक स्थिति खराब होने की वजह से उसकी सेकेंड सेमेस्टर की फीस जमा नहीं हो पाई। स्टूडेंट के पेरेंट्स ने फीस के पांच हजार रुपए जुटाने के लिए काफी प्रयास किया लेकिन वो नाकाम रहे।

पेरेंट्स ने उससे पढ़ाई छोडऩे की बात कही, जिसके बाद डिप्रेशन में आकर प्रीति ने जहर खा लिया। पेरेंट्स उसकी हालत बिगड़ते देख उसको हॉस्पिटल लेकर भागे। जहां से उसे हैलेट रिफर कर दिया गया। होश में आने पर प्रीति ने बताया कि सेमेस्टर में न बैठ पाने से परेशान होकर गुरुवार सुबह जहरीला पदार्थ खा लिया था।