- परेड कोठी स्थित लॉज के कमरे में फंदे से लटका मिला अधेड़ का शव, पास में मिला सुसाइड नोट

- किसी को नहीं बताया जिम्मेदार, भैया-भाभी से मांगी माफी, परिजनों को दी गई सूचना

VARANASI :

मेरी मौत के लिए होटल या परिजन कोई जिम्मेदार नहीं है। भैया-भाभी प्रणाम, बच्चों को प्यार दीजिएगा। मेरी वजह से आप लोगों को शर्मिदगी उठानी पड़ी। इसके लिए माफ कीजिएगा। मेरी वजह से परिवार बहुत ज्यादा परेशान हुआ है इसलिए मैं अपनी जिंदगी समाप्त कर रहा हूं। ये लाइनें उस सुसाइड नोट की हैं जो बुधवार को सिगरा थाना क्षेत्र के परेड कोठी स्थित एक लॉज के कमरे से एक अधेड़ के शव के पास से बरामद हुआ। लॉज में रुके अधेड़ का शव बुधवार को कमरे के अंदर चादर के फंदे से लटका मिला। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर मृतक के परिजनों को सूचना दे दी है।

देवरिया का है मूल निवासी

देवरिया की ट्यूबवेल कॉलोनी के रहने वाले रमेश सिंह (ब्8 वर्ष) फ्0 मार्च को काशी दर्शन के लिए बनारस आए थे। वह परेड कोठी के राजेन्द्र गेस्ट हाउस में रूम नंबर क्09 में ठहरे थे। बुधवार की सुबह रमेश को वहां के स्टाफ ने मैनेजर शिवमंगल उपाध्याय संग चाय पीते और हंसी-मजाक करते देखा था। इसके बाद रमेश वापस अपने कमरे में चले गए। लगभग क्0 बजे स्वीपर जब सफाई करने उनके कमरे में गया तो काफी देर गेट खटखटाने के बाद भी दरवाजा नहीं खुला। इसकी सूचना स्वीपर ने मैनेजर को दी। मैनेजर ने भी काफी देर तक कोशिश की और दरवाजा न खुलने पर कमरे में लगे रोशनदान से अंदर झांका तो उनके पैरों तले जमीन खिसक गई। कमरे में रमेश का शव पंखे से लटक रहा था। यह देख मैनेजर ने पुलिस को सूचना दी।

गेट तोड़कर ली एंट्री

सूचना के बाद रोडवेज चौकी इंचार्ज मौके पर पहुंचे और मौके की वीडियोग्राफी कराने के बाद गेट तोड़कर कमरे में एंट्री ली। बेडशीट के फंदे के सहारे रमेश का शव पंखे से लटक रहा था। पास में ही टेबल पर एक सुसाइड नोट पड़ा था। जिसे पुलिस ने पड़ा तो पूरा माजरा समझ में आया। इस नोट में रमेश ने किसी घरेलू वजह को मौत का कारण बताया है। पास से मिले कुछ नंबर्स के आधार पर पुलिस ने परिजनों से संपर्क कर सूचना दी।

कारोबारी थे रमेश

देवरिया में रमेश का खुद का बिजनेस था। दो बेटियों के पिता रमेश बड़े खुशमिजाज थे क्योंकि सुसाइड करने से कुछ देर पहले ही वह गेस्ट हाउस में हंसी-मजाक करते देखे गए थे। गेस्ट हाउस के स्टाफ मेंबर्स का भी कहना है कि वह बातचीत के दौरान किसी तरह के तनाव में नहीं दिख रहे थे। लेकिन उन्होंने ऐसा क्यों किया, यह तो उनके परिजनों से पूछताछ के बाद ही साफ हो सकेगा।