-कार ड्राइवर को करंट के बाद इमरजेंसी छोड़ गया मालिक

-फैमिली ने लगाया करंट लगाकर मार डालने का आरोप

-पहले ही हो चुका था ड्राइवर और मालिक में झगड़ा

AGRA। 'साहब, मालिक से झगड़ा हो गया था। दो दिन पहले नौकरी छोड़ आए थे। आज सुबह ही फोन आया था। मालिक ने लिया था। उसके बाद करीब एक घंटे पहले फोन आया कि उन्हें करंट लग गया है। एसएन इमरजेंसी में आ जाओ। यहां डॉक्टर ने बताया कि इन्हें कोई मृत अवस्था में ही यहां छोड़कर चला गया। इन्हें करंट लगाकर मार डाला है। ये देखो पैर में करंट लगाने की वजह से घाव भी दिख रहा है.' आंखों में आंसू लिए यह कहना था मृतक रामहेत के छोटे भाई गुरदीप का।

परेशान होकर छोड़ी थी नौकरी

मृतक रामहेत पुत्र बाबूलाल निवासी संत नगर करीब ब्0 साल का था। वे पिछले चार महीने से दयालबाग स्थित कबीर कुंज निवासी मेहता के यहां नौकरी करता था। मृतक के छोटे भाई गुरुदीप का कहना है कि उन्हें रखा तो कार ड्राइवर के लिए था लेकिन उनसे घर के बाकी काम भी कराए जाते थे। इसकी वजह से मालिक से झगड़ा भी हो गया था। परेशान होकर रामहेत ने नौकरी ही छोड़ दी थी। लेकिन, सुबह फोन कर उन्हें वापस बुला लिया था।

करंट लगाकर मारने का आरोप

मृतक की फैमिली ने आरोप लगाया कि झगड़ा होने की वजह से ही मालिक ने उसे फोन कर बुला लिया और करंट लगाकर मार डाला। जान लेने के बाद लाश को इमरजेंसी लाकर छोड़ गए। फोन कर हमें बताया कि रामहेत को करंट लग गया है। इमजेंसी में भर्ती हैं। आप लोग यहां इमरजेंसी आ जाएं।

इमरजेंसी से गए शव

रामहेत की फैमिली जब इमरजेंसी पहुंची तो डॉक्टर्स ने जबाव दे दिया कि अब वह जिंदा नहीं है। इसी दौरान किसी ने मृतक के पैर में जले का बड़ा निशान देख लिया। इसे देखकर रामहेत के घरवाले रो-रोकर एक ही बात कहने लगे कि मालिक ने पैर में करंट लगाकर मार डाला है। उधर, न्यू आगरा प्रभारी का कहना है कि पीडि़त पक्ष की ओर से तहरीर मिल गयी है। उधर, मेहता ने भी तहरीर दी है। जिसमें रामहेत की छत पर कपड़े सुखाने के लिए डालते टाइम हाईटेंशन पॉवर लाइन की चपेट में आकर मौत होने की बात कही गयी है। प्रभारी का कहना है कि दोनों ओर से तहरीर ले ली गई हैं। मामले की जांच की जाएगी।