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AGRA: AGRA: संत रविदास नगर में तोड़े गए आशियानों के लोग पिछले सात दिनों से शहीद स्मारक के फुटपाथ पर धरने पर बैठे हैं। वह शासन से छत की मांग कर रहे हैं। इतने दिनों तक सुनवाई न होने पर उन्होने आत्मदाह का ऐलान कर दिया। लेकिन सूचना पर पुलिस पहुंच गई। पुलिस ने एक लड़की के हाथ से मिट्टी के तेल की केन छीन ली। लोगों की अधिकारियों से बात कराई। उनकी समस्या का समाधान किया गया।

कई दिनों से बैठे हैं

संत रविदास नगर के लोग पिछले सात दिनों से शहीद स्मारक के फुटपाथ पर धरना दे रहे हैं। एक शख्स उनमें भूख हड़ताल पर बैठा है। लेकिन प्रशासन ने कोई सुनवाई नहीं की। लोगों ने आत्मदाह की चेतावनी दी तो पुलिस व प्रशासन के अधिकारियों ने दौड़ लगा दी। मौके पर भारी संख्या में पुलिस बल पहुंच गया।

अब हम कहां जाए साहब

संत रवि दास नगर से निकाले गए लोगों की जुबान पर बस एक ही फरियाद थी कि उन्हें रहने को मकान दिए जाए। छत छीनने के बाद प्रशासन ने उनकी तरफ ध्यान नहीं दिया। वह शहीद स्मारक के अंदर बैठ गए थे लेकिन वहां से भी बाहर निकाल दिया गया। अब वह बाहर फुटपाथ पर जीवन गुजार रहे हैं।

हाथ से छीनी पुलिस ने कैन

आत्मदाह की सूचना पर थाना हरीपर्वत पुलिस एसपी सिटी मय प्रशासनिक अधिकारी के मौके पर पहुंच गए। पुलिस ने उस दौरान एक लड़की के हाथ से एक कैन छीन ली। उसमें ज्वलनशील पदार्थ था। पुलिस ने लोगों को समझाने का प्रयास किया। लेकिन वह मानने को तैयार नहीं थे।

कम से कम कहीं तो जगह दे दें

लोगों का कहना था कि उनका प्रशासन से कोई टकराव नहीं है। उन्हें फुटपाथ से भी भगा दिया जाता है। प्रशासन उन्हें कहीं तो ठहरने की जगह दे। इस पर एसपी सिटी आरके सिंह ने आश्वासन दिया कि लोगों की तरफ से पांच लोग उनके साथ जाए और डीएम से बात करें। चूंकि बात करने से ही समस्या का हल हो सकता है।

जेल में कम से कम रोटी तो मिलेगी

लोगों का कहना था कि वह कहीं नहीं जाएंगे यदि पुलिस उन्हें जेल में डालेगी तो ठीक है वहां कम से कम खाना तो नसीब होगा। जब तक कोई फैसला नहीं होता तब तक कहां रहें। यदि आज सुनवाई नहीं होती तो आत्मदाह करेंगे। पुलिस फोर्स की निगाह लोगों पर थी कहीं कोई गलत कदम न उठा दे।

तीन मकानों की हुई व्यवस्था

मौके पर प्रशासन के अधिकारी ने बताया कि उनकी मांग मान ली गई है। इन लोगों में आगरा के रहने वाले लोगों के लिए तीस मकानों की व्यवस्था कर दी गई है बाकि के बारे में भी विचार किया जा रहा है। लेकिन लोग इस पर भी मानने को तैयार नहीं थे। उनका कहना था कि बाकी के लोगों के लिए भी तत्काल व्यवस्था की जाए।

भीड़ अब भी कर रही इंतजार

शहीद स्मारक के फुटपाथ पर करीब ढाई सौ महिलाएं व पुरुष डटे हुए हैं। आर्मी ने बिजलीघर स्थित रक्षा संपदा की जमीन को खाली करा लिया था। इसी के बाद से वह लोग बेकार हो गए। यह लोग जब तक व्यवस्था नहीं होती तब तक उसी स्थान पर रहने के लिए जगह मांग रहे थे। लेकिन प्रशासन इसके लिए तैयान नहीं था।