एंडी रुबिन की जगह लेंगे सुंदर पिच्चै

अभी तक गूगल क्रोम की कमान संभालने वाले आईआईटी खड़गपुर के एल्यूमिनाई सुंदर पिच्चै एंडी रुबिन की जगह लेने जा रहे हैं. इसे गूगल में इंडियंस के बढ़ते दबदबे के तौर पर देखा जा रहा है. गूगल के सीईओ लैरी पेज ने बुधवार को कंपनी के ऑफिसियल ब्लॉग पर इसकी औपचारिक घोषणा की. पिच्चै ऐसे समय में रुबिन की जगह लेने जा रहे हैं जब दुनिया में एंड्रायड यूजर्स की संख्या़ तेजी से बढ़ रही है. फिलहाल दुनिया में 69 परसेंट स्मापर्टफोन एंड्रायड पर रन होते हैं.

माइक्रोसॉफ्ट विंडोज फोन से है मुकाबले की तैयारी

एंड्राइड के सामने कांपटीशन तेजी से बढ़ रहा है. जहां एक ओर उसे माइक्रोसॉफ्ट के विंडोज फोन से मुकाबला करना पड़ रहा है वहीं ब्लैकबेरी भी बीबी10 के जरिए हलचल पैदा करने में कामयाब रही है. इतना ही नहीं एप्पल भी जल्दी ही आईओएस का नया वर्जन लेकर आने की तैयारी कर रही है.

क्रोम और उससे जुड़े एप्स डेवलपमेंट देखते रहेंगे पिच्चै

नई डिवीजन की जिम्मे़दारी संभालने के बावजूद पिच्चै क्रोम और उससे जुड़े एप्स के डेवलपमेंट का काम देखते रहेंगे. उनकी पहचान टेक्निकली एक्सीलेंट पर ईजी टू यूज प्रोडक्ट तैयार करने वाले के तौर पर की जाती है. 2008 में जब वह क्रोम लेकर आए थे तब बहुत से लोगों ने सवाल किया था कि एक और ब्राउजर की क्या जरूरत है लेकिन देखते ही देखते दुनिया भर में लोगों ने क्रोम का इस्तेरमाल करना शुरू कर दिया.

2005 में गूगल का हिस्साल बने थे एंडी रुबिन

एंडी रुबिन 2005 में गूगल का हिस्सा बने थे जब कंपनी ने एंड्रायड इनकॉरपोरेशन का अधिग्रहण किया था. फिलहाल दुनिया में 60 मैन्यू फैक्चरर्स एंड्रायड का यूज कर रहे हैं और लगभग 750 मिलियन डिवाइसेज इस ऑपरेटिंग सॉफ्टवेयर पर रन होती हैं. आईआईटी खड़गपुर से बीटेक करने वाले पिच्चै 2004 में गूगल का हिस्सा बने थे.

वह अकेले इंडियन नहीं हैं जो कंपनी में कई महत्ववपूर्ण जिम्मेचदारियां निभा रहे हैं. इनमें अमित सिंघल के कंधों पर गूगल के सर्च ऑपरेशंस की जिम्मेदारी है. वहीं विक गुंडोत्रा कंपनी की सोशल नेटवर्किंग साइट गूगल+ संभाल रहे हैं. निकेश अरोड़ा कंपनी के चीफ बिजनेस ऑफिसर हैं.

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