किमिनल्स को बनाया किरायेदार

संजय सिन्हा व उनकी पत्नी डॉ सरिता का फैमिली डिस्प्यूट कई सालों से चल रहा है। कई बार महिला कोषांग, महिला हेल्प लाइन और थाने तक मामला आते-जाते रहा है। राजीव नगर थाने और पुलिस के पास डॉ सरिता लगातार दौड़ती रही हैं। यहां तक कि हसबेंड और वाइफ की काउंसलिंग भी कई बार हेल्प लाइन और महिला कोषांग में हो चुकी थी, पर दोनों के बीच बात नहीं बन पाई। अब जो नई बात सामने आई है, उससे तो सभी चौंक पड़े हैं। दरअसल, संजय ने अपने घर में निलेश कुमार को रेंटर के रूप में रख लिया था। उसे डॉ। सरिता के हर दिन की एक्टिविटी पर ध्यान रखने और मौका मिलते ही गोलियां से भून डालने का आदेश मिला था। पुलिस को निलेश ने बताया कि उसका संजय सिन्हा से पुराना संबंध है और इस काम के लिए मुंहमांगी कीमत देने की बात हुई थी। सीनियर एसपी मनु महाराज ने बताया कि पुलिस की इस कार्रवाई से एक बड़ा हादसा होने से रुक गया।  

वकील हसबैंड अपनी वाइफ का murder scene लिखे तो

छह साल से बच रही थी

डॉ सरिता को संजय पहले ही घर से निकालना चाहते थे। वर्ष 2009 में वह महिला हेल्पलाइन में गई थी। महिला हेल्प लाइन की प्रोजेक्ट मैनेजर प्रमिला कुमारी कहती हैं कि उनके पास डॉ सरिता उसी समय आई थी, कई बार इनकी प्रॉब्लम को सुलझाने का प्रयास किया गया। उसी समय संजय इन्हें घर से निकाल कर किराये के मकान में भेजना चाहता था, तब भी सरिता ने अपनी हत्या की आशंका जताई थी। अब इस सच के सामने आने पर लग रहा है, उसकी आशंका सही थी। सरिता जागृति नगर, आशियाना रोड में तुलसी नर्सिंग होम चलाती हैं।

Arrested

विपुलेश कुमार उर्फ विपुल, कंकड़बाग

पंकज कुमार सिंह उर्फ चिन्टू, सहरसा

निलेश कुमार, नौबतपुर

राकेश कुमार, दानापुर

राजकुमार सिन्हा, मुंगेर

 

Obtained

पिस्टल- 1

मैगजीन- 2

गोली- 10

चाकू- 1

मोबाइल- 4

सिम कार्ड -2

rajan.anand@inext.co.in