14 प्रतिशत होगा बड़ा
आपको बताते चलें कि इस महीने की 14 तारीख को फुल मून नजर आने वाला है। इसे पेरीग्ररी और सुपरमून भी कहा जा रहा है। इसका मतलब है कि चांद अपने ऑरबिट में धरती के सबसे करीब होगा। खास बात यह है कि यह चांद 1948 के बाद धरती के सबसे करीब होने जा रहा है। इस दिन चंद्रमा आमदिनों के मुकाबले 14 प्रतिशत बड़ा और 30 प्रतिशत ज्यादा चमकीला दिखाई देगा। हालांकि खराब मौसम होने पर इसे पहचान पाना थोड़ा मुश्किल होता है।

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कितनी होगी दूरी
चांद 14 नवंबर को दोपहर 1.52 बजे फुल मून में तब्दील हो जाएगा और फिर आकाश में अपनी विशाल मौजूदगी दर्ज कराएगा। यह धरती से 3,56,511 किमी दूर होगा। और दो घंटे के अंदर ही फुल हो जाएगा, जिसकी वजह से इसे एक्स्ट्रा सुपर मून कहा जा रहा है। खास बात यह है कि 14 नवंबर के बाद यह घटना 25 नवंबर 2034 से पहले नहीं होगी। 1979 में हॉरोस्कोप मैगजीन के लिए एक आर्टिक्ल लिखते हुए एस्ट्रोलॉज़र रिचर्ड नॉल ने सुपरमून के नाम को ईजाद किया था।

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बिना टेलिस्कोप के देख सकेंगे
एस्ट्रोनॉमी के दीवानों को इस पल को कैद करने के लिए किसी टेलीस्कॉप की जरुरत नहीं होगी और आप अपनी आंखों से इसे देख सकते हैं। जो लोग एक्सट्रा सुपर मून देखना चाहते हैं, उन लोगों को एस्ट्रोनॉमिकल सोसाइटी ऑफ विक्टोरिया के वाइस प्रेजीडेंट की एक सलाह है - इसके लिए आप किसी पहाड़ की चोटी या बीच पर भी जा सकते हैं, बशर्ते आपका पूर्वी दिशा का क्षेत्र एकदम साफ हो।

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