सैकड़ों रिवॉल्वर की सप्लाई
सत्यदेव ने पूछताछ के दौरान पुलिस को बताया कि वह पिछले तीन सालों से वह आम्र्स सप्लाई कर रहा है। इस दौरान झारखंड में एक्टिव पीएलएफआई के सुप्रीमो को तीन सौ रिवॉल्वर और दस हजार कारतूस सप्लाई करने की बात उसने बताई। उसने यह भी कहा कि नक्सली दिनेश गोप की डिमांड पर रॉकेट लांचर भी सप्लाई किया गया था। हालांकि,रांची पुलिस ने इसे जब्त कर लिया था।

तीन बीघा जमीन का है मालिक
नालंदा पुलिस के सहयोग से छापेमारी के लिए जब रांची पुलिस  हिलसा थाना एरिया स्थित ढिबरी गांव पहुंची तो वहां आम्र्स सप्लायर सत्यदेव के आलीशान मकान को देखकर दंग रह गई। घर में कई महंगी गाडिय़ां भी खड़ी थी। ग्रामीणों के मुताबिक, राजकिशोर के पास मात्र तीन बीघा ही जमीन है। वह सिर्फ दिखावे के लिए खेतीबारी करता है. उसका धंधा तो कुछ और है। उसके बेटे बिहार की कैपिटल पटना में स्थित टॉप कॉलेज में पढ़ते हैं और हॉस्टल में रहते हैं। कंफेशन में राजकिशोर ने एक पॉलिटिकल पार्टी से जुड़े होने की बात भी पुलिस को बताई.  रांची पुलिस  ने छापेमारी के दौरान जिन आम्र्स सप्लायर्स को अरेस्ट किया उसमें किंगपिन राजकिशोर पटेल के अलावे सच्चिदानंद, मुकेश उर्फ बाटा, कृष्णानंद, हरेराम सिंह, राजेंद्र यादव उर्फ राजू, अभिषेक और सत्येंद्र यादव शामिल है। पुलिस ने इनके पास से  एसएलआर राइफल, नाइन एमएम पिस्टल और बोर राइफल के सात सौ कारतूस भी बरामद किए। इसके अलावे आठ डूएल सिम काड्र्स भी पुलिस के हाथ लगा। जब सिम काड्र्स की जांच की गई तो सभी फर्जी निकले.  पुलिस से बचने के लिए गैंग के मेंबर्स फर्जी सिम काड्र्स का यूज करते थे।

पूरे बिहार में फैला है नेटवर्क
आम्र्स सप्लायर्स गैंग का नेटवर्क पूरे बिहार में फैला हुआ है। नालंदा, बिहारशरीफ, हाजीपुर, वैशाली, मुंगेर, भागलपुर, छपरा, सीवान,
मुजफ्फरपुर, आरा, पटना, दीघा, जमुई, बांका, नवादा और बेगुसराय जैसे डिस्ट्रिक्ट्स में खासकर आम्र्स सप्लाई का धंधा फैला हुआ है। बिहार से ही गैंग के मेंबर्स द्वारा झारखंड, ओडि़शा, छत्तीसगढ़़ और यूपी के क्रिमिनल्स को आम्र्स सप्लाई करने की बात सामने आई। सत्यदेव ने पुलिस को यह भी बताया कि  आम्र्स सप्लाई को लेकर वह गैंग के मेंबर्स और नक्सलियों से बातचीत के लिए कोड वर्ड का उसने मुताबिक,  नक्सली आम्र्स से ज्यादा कारतूस की डिमांड करते थे। हथियार के लिए फूल और कारतूस के लिए कांटे वर्ड का इस्तेमाल किया जाता था।