::राज्य में बिजली का उत्पादन:::

- यूजीवीएनएल-18.490 एमयू

- गामा इंफ्रा गैस प्लांट-- 0.00एमयू

- श्रावंती गैस प्लांट--0.00एमयू

- सोलर 0.440 एमयू

- केन्द्रीय पूल--3.830 एमयू

- कुल बिजली की उपलब्धता--40.709

- कुल मांग--41.220 एमयू

>DEHRADUN: बिजली की डिमांड के एवज में पर्याप्त सप्लाई न होने पर यूपीसीएल के एमडी ने नाराजगी जताई। संडे को यूपीसीएल के अधिकारियों की आपातकालीन बैठक बुलाई गई। बैठक में यूपीसीएल के एमडी बीसीके मिश्रा ने पिछले सप्ताह से डगमगाई विद्युत सप्लाई पर सख्त नाराजगी जताई और अधिकारियों को चेताया।

शाम 6-10 बजे तक विजिट पर रहेंगे अधिकारी

बैठक में यूपीसीएल के एमडी के अलावा डायरेक्टर परिचालन/परियोजना,गढ़वाल क्षेत्र के चीफ इंजीनियर वितरण, देहरादून क्षेत्र के अधीक्षण अभियन्ता व अधिशासी अभियन्ता शामिल हुए। बैठक में एमडी ने विद्युत सप्लाई को लेकर नाराजगी जताई और सभी अधिशासी अभियंताओं को शाम छह से रात 10 बजे तक उपसंस्थानों का विजिट कर बिजली व्यवस्था बहाल करने को निर्देश दिए। बैठक में बताया गया कि पिछले सप्ताह में भारी बारिश के कारण 132 केवी बिंदाल-ऋषिकेश लाइन का टावर क्षतिग्रस्त हो गया था। नदी के कटाव के कारण 220/132/33 केवी झाझरा उपसंस्थान से निकलने वाली 33 केवी लाइनें भी क्षतिग्रस्त हो गई। ऐसे ही दून व आस-पास के कई स्थानों पर भी बिजली की लाइनों के खंभे क्षतिग्रस्त हो गए थे, जिस कारण पर्याप्त रूप से बिजली की सप्लाई होने में काफी दिक्कतें सामने आ रही हैं।

भूमि न मिलने से उपसंस्थ्ान लटका

अधिकारियों ने बताया कि उपभोक्ताओं की संख्या बढ़ने के साथ ही विद्युत मांग में वृद्धि हो रही है। जिसके वजह से 33/11 केवी उपसंस्थानों, 11/0.4 केवी वितरण परिवर्तकों, 33 व 11 केवी लाइनों पर लोड आने के कारण बिजली की सप्लाई बाधित हो रही है। जबकि नये उपसंस्थानों के निर्माण के लिए भूमि उपलब्ध नहीं हो पा रही है। ब्राहम्णवाला क्षेत्र में ओवर लोडिंग की समस्या से निजात के लिए 33/11 केवी उपसंस्थान आईटीआई प्रस्तावित किया गया था, लेकिन भूमि उपलब्ध न होने से उपसंस्थान का निर्माण नहीं हो पाया है। बैठक में अधिकारियों ने बताया कि विगत पिछले समय से आईटीआई माजरा में एक कोने में भूमि की मांग लगातार आईटीआई प्रिंसिपल की जा रही है। आईटीआई माजरा में भूमि उपलब्ध हो जाती है तो उपसंस्थान बनने से ब्राहम्णवाला व आस-पास के क्षेत्र की बिजली सप्लाई में कोई दिक्कत नहीं आएगी।

::इन इलाकों में भी जरूरत:::

- हरिद्वार बाईपास रोड और सेलाकुई इंडस्ट्रियल एरिया में प्लांट लगाने के लिए जमीन की जरूरत।

- पिटकुल के 132 केवी उपसंस्थानों की क्षमता वृद्धि की जरूरत।

- 132 केवी उपसंस्थान आराघर व आईआईपी के शीघ्र निर्माण की जरूरत।

- झाझरा व ढ़करानी से आने वाली 33 केवी लाइनें बरसात में क्षतिग्रस्त होने से सेलाकुई में बिजली सप्लाई को 220 केवी उपसंस्थान की जरूरत।

पोलों के रिवेटमेंट पर बने ठोस योजना

प्रबंध निदेशक ने बताया कि सभी अधिकारियों को नदी के कटाव के कारण क्षतिग्रस्त हो रही विद्युत लाइनों के बचाव के लिए पोलों के रिवेटमेंट के बारे में ठोस कार्ययोजना तैयार कर कार्रवाई करने के लिए निर्देश दिए गए हैं।

ऑनलाइन करें बिल का भुगतान

यूपीसीएल के एमडी ने कहा कि उपभोक्ताओं अपने बिल का भुगतान यूपीसीएल के वेबसाइट पर ऑनलाइन भी कर सकते हैं। विद्युत संबंधी किसी भी जानकारी व प्रॉब्लम्स के लिए यूपीसीएल के कस्टमर केअर टोल फ्री नंबर 1800-419-0405 या 1912 पर संपर्क कर सकते हैं।