अमृत योजना के तहत निगम से ही कंट्रोल होंगी टयूबवेल

फिलहाल 31 टयूबवैल पर शुरू किया गया ऑटोमेशन

Meerut। शहर में पानी की सप्लाई के लिए अब ज्यादा परेशानी नहीं होगी। कितना पानी आया और कितना पानी सप्लाई हुआ इसकी सारी जानकारी नगर निगम के पास रहेगी। क्योंकि नगर निगम ने शहर की सभी टयूबवेल के लिए ऑटोमेशन लगाने की योजना बनाई है। 20 प्रतिशत टयूबवेल पर यह प्रक्रिया शुरू कर दी गई।

अमृत योजना पर काम

केंद्र सरकार की अमृत योजना के तहत सभी टयूबवेल अब ऑटोमेटिक चलेंगे। टयूबवेल को ऑटोमेटिक करने के लिए 3.76 करोड़ रुपये खर्च होंगे, जबकि 1.36 करोड़ रुपये इसके लिए नगर निगम देगा। फिलहाल नगर निगम ने 31 टयूबवेल पर ऑटोमेशन का काम शुरू कर दिया है। जल निगम को इसकी कार्यदायी संस्था बनाया गया है।

टयूबवेल पर सीसीटीवी कैमरे

टयूबवेल को ऑटोमेशन करने के लिए सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे। फिलहाल अभी 31 टयूबवेल पर सीसीटीवी कैमरे लगा कर काम शुरू कर दिया गया है। इसका कंट्रोल रूम नगर निगम में ही बनाया गया है।

ऐसे होगा ऑटोमेशन

केंद्र सरकार की अमृत योजना के तहत 157 टयूबवेल पर ऑटोमेशन होना है। इसके अलावा 9 पंपिंग स्टेशन पर ऑटोमेशन लगेगा। यही नहीं 59 ओवरहैड टैंक में भी ऑटोमेशन का काम किया जाएगा।

2016 में होना था शुरू

यह ऑटोमेशन का काम दिसंबर 2016 को शुरू होकर मार्च 2017 तक खत्म होना था। लेकिन नगर निगम द्वारा धनराशि उपलब्ध न कराने के कारण यह काम छह माह की देरी से शुरू हुआ। अब जल निगम ने 31 मार्च 2018 तक काम पूरा करने का टारगेट लिया था, लेकिन पैसा न मिलने के कारण अब यह टारगेट बढ़ाकर अगस्त 2018 कर दिया गया है।

यह पर शुरू हुआ ऑटोमेशन

जल निगम ने अभी तक शर्मा स्मारक, पल्लवपुरम, कंकरखेड़ा, श्रद्धापुरी, जिमखाना मैदान में ऑटोमेशन का काम शुरू हो गया है।

बिना क्लोरीन के नहीं

यह काम पूरा होने के बाद जल निगम द्वारा ऑटो क्लोरिनेटर टयूबवेल में लगाया जाएगा। इसके बाद यदि नगर निगम पानी में क्लोरीन नहीं डालेगा तो पानी की सप्लाई नहीं होगी। जल निगम की माने तो फिलहाल पानी में क्लोरीन नहीं डाला जा रहा है।

टयूबवेल में ऑटोमेशन लग जाने से एक तो पानी की सप्लाई ऑटोमेटिक शुरू हो जाएगी। इसके अलावा पानी की बरबादी भी नहीं होगी। ओवरफ्लो होने पर टयूबवेल अपने आप बंद हो जाएगा। फिलहाल 31 टयूबवेल में ऑटोमेशन का काम शुरू हो गया है।

अमित सहरावत, एक्सईएन जल निगम