- चर्चित वकील प्रशात भूषण करेंगे बहस, चारा घोटाले का है मामला

PATNA : चर्चित चारा घोटाला मामले में रांची हाईकोर्ट के फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में सोमवार को मिथिलेश कुमार सिंह ने अपील दायर की। केस फाइल किया एडवोकेट जोएस गौरव ने। बड़ी बात यह कि इस केस में सीनियर वकील बीपी पांडेय और प्रशांत भूषण बहस करेंगे। इस मामले में आरोप यह है कि सीबीआई ने एकतरफा केस किया। चारा घोटाला मामले में नीतीश कुमार, शिवानंद तिवारी, उमेश सिंह समेत सीएजी और इनकम टैक्स से जुड़े कई बड़े अफसर शामिल थे लेकिन उन पर इल्जाम नहीं दिया गया।

रांची हाईकोर्ट ने दो बातों पर जोर दिया था। रांची हाईकोर्ट के जज आरआर प्रसाद ने कहा था कि इस केस में इतनी देर से क्यों आए? जब जांच चल रही थी उस समय कोर्ट के संज्ञान में मामला क्यों नहीं लाए? दूसरी तरफ मूल आवेदन में ही यह बता दिया गया था कि इसकी जानकारी के लिए ख्008 से ही आरटीआई के तहत आवेदन दिया जा रहा था किन्तु तीन साल के लगातार प्रयास के बाद देश के सूचना आयोग से आदेश के बाद ख्0क्क् में सूचना मिल सकी।

उसी सूचना में यह जानकारी मिली थी कि सिर्फ एक आरोपी उमेश सिंह के बयान पर इस केस को बंद किया गया था जबकि उमेश सिंह के बयान पर किसी आधार पर कानून सम्मत तरीके से केस को बंद नहीं किया जा सकता था क्योंकि उमेश सिंह के खिलाफ सीबीआई के तत्कालीन एसपी मोहम्मद जावेद ने पटना हाईकोर्ट में उमेश सिंह के तथ्यों के खिलाफ विरोध किया था। उसके आधार पर जमानत स्वीकार नहीं की गई थी, इसके बावजूद सीबीआई ने उमेश सिंह को छोड़ दिया.अब जब रांची हाईकोर्ट के फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया गया है तो एक बार फिर चारा मामला सुर्खियों में आ गया है। कइयों को इस मामले में सजा भी हो चुकी है।

सूबे का बड़ा घोटाला था यह

चारा घोटाला लगभग 9भ्0 करोड़ का हुआ था। सरकारी खजाने की लूट में बिहार के तत्कालीन मुख्यमंत्री सहित पूर्व मुख्यमंत्री का नाम भी आया था। लालू प्रसाद यादव और जगदीश शर्मा को क्0 साल के लिए संसद की सदस्यता के लिए अयोग्य भी ठहराया जा चुका है। अब सुप्रीम कोर्ट में अपील दायर होने के बाद यह देखना होगा कि घोटाले की जो आंच बिहार के अन्य दिग्गज नेताओं सहित कई अफसरों तक पहुंची है उसे कोर्ट किस रूप में देखता है। सुप्रीम कोर्ट के सामने रांची हाईकोर्ट का जजमेंट भी है।