-सेना के जवान का जिक्र पर संवेदनाएं पीएम ने जुटाई संवेदनाएं

-केंद्र सरकार ने वन रैंक वन पेंशन लागू कर जवानों के साथ किया न्याय

Meerut: विजय शंखनाद रैली में मोदी ने वन रैंक-वन पेंशन से अपने भाषण की शुरुआत की तो वहीं सर्जिकल स्ट्राइक पर केंद्र सरकार की रणनीति की जमकर तारीफ की। विरोधियों के सवालों पर तंज कसते हुए मोदी ने कहा कि 'कुछ लोगों को इस बात से तकलीफ थी कि हमारे सभी जवान सुरक्षित कैसे लौट आए, कोई मरा क्यों नहीं?'

वन रैंक-वन पेंशन पर समर्थन

मंच से केंद्र सरकार के वन रैंक-वन पेंशन के फैसले को माइल स्टोन बताते हुए पीएम मोदी बोले कि रिटायर्ड सेनाकर्मी पिछली 40 सालों से मंाग कर रहे थे। कांग्रेसी फौजियों के साथ मीटिंग करते थे, फोटो खिंचाते थे और उनकी आंखों में धूल झोंकते थे। भाजपा ने ये कर दिखाया। बेशक सरकार पर 12 हजार करोड़ रुपये का बोझ आएगा किंतु सैनिक के सम्मान के लिए ये आवश्यक था। हमने सेना की ताकत को कम आंका था, केंद्र में अब ऐसी सरकार है जो सेना के लिए जीना-मरना जानती है।

सर्जिकल स्ट्राइक पर बटोरी तालियां

राजनीतिक मंच से पीएम मोदी ने कहा कि वे फौजियों के साथ बैठे, इनके मन और इरादों को जानने की कोशिश की और इसके बाद सर्जिकल स्ट्राइक का बढ़ा फैसला लिया। बड़े-बड़े देश सोच रहे हैं कि ऐसा कैसे हो गया? पाई-पाई का हिसाब पाकिस्तान की धरती पर जाकर सेना से चुकता किया है। देश की सेना पराक्रम दिखा सकती है यदि फैसले मजबूत हो। उन्होंने कहा कि मैं, दिवाली सेना के साथ मनाता हूं, लोग कहां-कहां मनाते हैं आप जानते हैं। इस बार भी चीन की सरहद पर था।

सवाल पर बवाल

अपने संबोधन में मोदी ने जनता के बीच सर्जिकल स्ट्राइक पर सवाल करने वालों को खड़ा करते हुए जमकर तालियां बटोरी। कहा कि लोग सबूत मांग रहे हैं जबकि चीनी बार्डर तैनात सेना पर एक सैनिक पाकिस्तान बार्डर पर तैनाती की मांग कर रहा है ताकि दोबारा सर्जिकल स्ट्राइक का हिस्सा बन सके। सर्जिकल स्ट्राइक पर सवाल खड़ा करने वालों को कटघरे में खड़ा करके मोदी ने चुनावी फिजां को जमकर रंगीन किया है।

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नोटबंदी पर दे गए सियासी नसीहत

- नोटबंदी को भ्रष्टाचार और कालाधन के खिलाफ लड़ाई बताया

- पीएम मोदी ने जताया भरोसा, नहीं तंग किए जाएंगे छोटे कारोबारी

मेरठ: मेरठ की चुनावी रैली में पीएम मोदी ने नोटबंदी पर जमकर सफाई दी तो वहीं इशारों-इशारों में कहा कि उनकी कुश्ती बड़े-बड़ों से है। उन्होंने नोटबंदी के भी कई फायदे समझाए।

भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ूंगा

पीएम ने नोटबंदी को भ्रष्टाचार और कालाधन के खिलाफ लड़ाई बताते हुए 8 नवंबर के अपने संबोधन के जमकर मायने समझाए। नोटबंदी के बाद कालेधन की वापसी को लेकर तैयार बैठी पब्लिक को अब मोदी ने समझाया कि 70 सालों में धन इकट्ठा करने वालों ने कालाधन बैंकों में जमा तो कर दिया किंतु अब उनके पेट में दर्द हो रहा है। क्योंकि अब वे हमारे निशाने पर हैं, मैं किसी को छोड़ने वाला नहीं हूं। लुटेरों को चैन से नहीं बैठने दूंगा।

छोटे कारोबारी को न करें तंग

पीएम मोदी ने अधिकारियों के लिए कहा कि वे छोटे कारोबारियों को तंग न करें। उनकी कुश्ती मोहल्ले की नहीं बल्कि बड़े-बड़ों से है। देश को कालाधन, भ्रष्टाचार से मुक्त करने का वोट देकर आशीर्वाद दें। उप्र को बचाने के लिए मोदी ने लोगों से भाजपा के लिए वोट मांगा।