-जेडीई ने सरकारी और एडेड कॉलेजेज से मांगा डाटा

-शासन स्तर पर होंगे तबादले, शैक्षिक गुणवत्ता को सुधारना मकसद

BAREILLY :

सर प्लस स्कीम से सरकारी और एडेड कॉलेजेज में टीचर्स को बैलेंस किया जाएगा। ताकि, शैक्षिक गुणवत्ता में सुधार किया जा सके। ज्वॉइंट डायरेक्टर एजुकेशन ने बताया कि शासन के निर्देश पर मंडल के सभी सरकारी और एडेड कॉलेजेज से तैनात टीचर्स और स्टूडेंट्स का डाटा मांगा गया है। ताकि, शासन को पता चल सके कि किस कॉलेज में कितने टीचर और स्टूडेंट्स हैं। उन्होंने बताया कि जिन कॉलेजेज में मानक के अधिक टीचर्स हैं, उनका दूसरे कॉलेजेज में ट्रांसफर ि1कया जाएगा।

शासन ने भेजा प्रोफार्मा

मंडल में करीब दो हजार सरकारी और एडेड कॉलेज हैं। बरेली में 350 के करीब सरकारी और एडेड कॉलेजेज हैं। जेडीई शिव प्रसाद द्विवेदी ने बताया कि सरकारी और एडेड कॉलेजेज में टीचर्स की कमी को पूरा किया जा सके। इसलिए सरकार ने सरप्लस स्कीम शुरू की है। इसके तहत प्रदेश भर के सरकारी और एडेड कॉलेजेज के टीचर्स और स्टूडेंट्स का ब्योरा सरकार ने तलब किया है। ब्योरा देने के लिए एक प्रोफार्मा जारी किया है। इस पर सरकारी और एडेड कॉलेजेज के प्रिंसिपल को डाटा भरकर शासन को भेजना है। उन्होंने बताया सभी कॉलेजेज से डाटा मिलने के बाद सरकार मानक से अधिक तैनात टीचर्स को कम टीचर्स वाले कॉलेजेज में भेजेगी। उन्होंने बताया सरकार ने सरकारी और एडेड कॉलेजेज की शैक्षिक गुणवत्ता को सुधारने के लिए यह कदम उठाया है।