बेगमपुल पर फ्लाईओवर निर्माण को लेकर अधिकारी और कारोबारी आमने- सामने

विभिन्न विभागों के अधिकारियों के अलावा कारोबारी नेता पहुंचे मौके पर

Meerut। एमडीए और सेतु निगम के अधिकारी कारोबारियों को बेगमपुल फ्लाईओवर की आवश्यकता और डिजाइन के बारे में समझाने की कोशिश करते रहे तो वहीं कारोबारी इस फ्लाईओवर कीआवश्यकता पर ही सवाल उठाते रहे। कमिश्नर डॉ। प्रभात कुमार के निर्देश पर बुधवार को जुटी संयुक्त समिति के प्रयास बेनतीजा रहे। यहां बेगमपुल मार्केट के कारोबारियों ने टीम को घेर लिया। अनावश्यक लोगों के दखल से कार्य प्रभावित रहा।

कारोबारियों के समर्थन में मोर्चा

गौरतलब है कि मंगलवार को कमिश्नरी सभागार में सांसद राजेंद्र अग्रवाल कारोबारियों में पहुंच गए थे तो बुधवार को पूर्व भाजपा विधायक अमित अग्रवाल ने कारोबारियों के समर्थन में मोर्चा संभाला। सर्वे के लिए बुधवार को जांच के लिए पहुंची टीम में एमडीए के चीफ टाउन प्लानर जे। नरसिम्हा रेड्डी, नगर निगम के चीफ इंजीनियर केबी वाष्र्णेय, सेतु निगम के परियोजना अधिकारी एसके अग्रवाल के अलावा पीडब्ल्यूडी के अधिकारी मौजूद थे। वहीं दूसरी ओर संयुक्त व्यापार संघ के अध्यक्ष नवीन गुप्ता, मुकुल सिंघल, विपुल सिंघल के अलावा बेगमपुल व्यापार संघ के सैकड़ों कारोबारी शामिल थे।

प्रस्ताव निरस्त करने का दबाव

सर्वे के दौरान अधिकारी फ्लाईओवर की ड्राइंग लेकर पहुंचे थे। यहां विरोध में खड़े कारोबारियों के हुजूम ने अधिकारियों को घेर लिया। कारोबारी फ्लाईओवर को औचित्यहीन करार देने पर तुले थे तो अफसर इस फ्लाईओवर की आवश्यकता बता रहे थे। आपाधापी के बीच शुरू हुए सर्वे में पूर्व विधायक अमित अग्रवाल समेत कारोबारी नेताओं के दबाव के बाद अधिकारियों ने नक्शों को बंद कर दिया। तय हुआ कि बैठकर बातचीत की जाए। समीप स्थित एक रेस्टोरेंट में संयुक्त समिति ने बैठकर बातचीत आरंभ की। पूर्व विधायक ने बेगमपुल के फ्लाईओवर को औचित्यहीन करार दिया।

आज फिर होगा मंथन

करीब 2 घंटे की मशक्कत बेनतीजा रही और तय हुआ कि संयुक्त समिति गुरुवार को फिर एक बार इस मुद्दे पर एक साथ बैठेगी। एमडीए सभागार में अपराह्न 3 बजे मीटिंग प्रस्तावित है। इस बैठक में संयुक्त समिति में शामिल कारोबारी नेताओं के अलावा विभिन्न विभागों के अधिकारी मौजूद रहेंगे।

बेगमपुल चौराहे पर फ्लाईओवर एक महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट है। इस प्रोजेक्ट की राह में रोड़ा अटकाने वाले विकास विरोधी हैं।

शंकर सिंह

महज अपने हितों के चलते कुछ कारोबारी शहर के एक महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट का विरोध कर रहे हैं। भाजपा नेताओं को इनका सहयोग नहीं करना चाहिए।

हरीश

कमिश्नर का प्रयास सराहनीय है। शहर के विकास के लिए यह एक महत्वपूर्ण प्रयास है। जनता इस प्रयास का समर्थन कर रही है।

अमन

4 लेन फ्लाईओवर बनने के बाद यहां सड़क के किनारे का बाजार नष्ट हो जाएगा। कारोबारी को न धूप मिलेगी न कारोबार करने के लिए ग्राहक। यह परियोजना औचित्यहीन है।

अमित अग्रवाल, पूर्व विधायक

बेगमपुल पर फ्लाईओवर के निर्माण का कोई औचित्य नहीं है। कारोबारियों के साथ यह बड़ा धोखा है। कमिश्नर को चाहिए कि वे अन्य योजनाओं के निर्माण पर ध्यान दें।

नवीन गुप्ता, अध्यक्ष, संयुक्त व्यापार संघ

बेगमपुल पर 4 लेन फ्लाईओवर के निर्माण से पूर्व फिजिबिलिटी चेक की गई। कारोबारियों का कारोबार नष्ट करना उद्देश्य नहीं है किंतु इन्फ्रास्ट्रक्चर क्रिएट करना बेहद आवश्यक है।

जे। नरसिम्हा रेड्डी, सीटीपी, एमडीए