कांसंट्रेशन के साथ कांफिडेंस

सूर्य नमस्कार करने से कांसंटे्रशन और कांफिडेंस बढ़ता है। अरविंद महिला कॉलेज में सूर्य नमस्कार की को-ऑर्डिनेटर डा। प्रेमी कुमार ने बताया कि इसे कॉलेज में हमलोग शुरू करेंगे। आज जिस तरह से बिजी लाइफ हो गया है, उसमें यह योगा काफी फायदेमंद रहेगा। इसे यह हर दिन कॉलेज में क्लास श्ुारू होने के टाइम किया जाएगा।

आज महा सूर्य नमस्कार

18 फरवरी को पटना में महा सूर्य नमस्कार का आयोजन किया जा रहा है। इसमें तमाम स्कूलों और कॉलेजों के स्टूडेंटस पार्टिसिपेट करेंगे। इस संबंध में कंवीनर अवधेश कुमार ने बताया कि सुबह 9 बजे इसका आयोजन मोइनुलहक स्टेडियम में किया जाएगा। इस मौके पर चीफ गेस्ट के रूप में एक्टर मुकेश खन्ना मौजूद रहेंगे।

इन कॉलेजों और स्कूलों में होगा शुरू

- अरविंद महिला कॉलेज

- मगध महिला कॉलेज

- जेडी वीमेंस कॉलेज

- बीडी कॉलेज

- गंगा देवी कॉलेज

- आरपीएम कॉलेज, पटना सिटी

- ज्ञान निकेतन

- आर्य गांधी कन्या उच्च विद्यालय

सूर्य नमस्कार 11 तरह का होता है। अगर डेली इस प्रक्रिया को सुबह में किया जाए तो यह बॉडी के लिए बहुत ही फायदेमंद होता है।

1. प्रणामासन : इस क्रिया में शरीर का गुरुत्वकेन्द्र सेंटर में रहता है जिससे यह वर्टिकल संतुलन को प्राप्त करता है। इससे स्वयं को बैलेंस्ड रखने का एक्सरसाइज होता है।

2. उध्र्वासन : इसमें शरीर का पृथ्वी के गुरुत्वाकर्षण के विपरीत खिंचाव होने से हल्कापन फील होता है। इससे छाती की हड्डी मजबूत होती है और सांस द्वारा अंदर के विकार दूर होते हैं।

3. उत्तानासन : इस आसन के करने से किसी भी तरह का पेट दर्द दूर हो जाता है। इसके अलाावा लीवर, गुर्दे ठीक रहते हैं। हार्ट बीट सही होता है

4. एकपाद प्रसनणासन : इस आसन से पैर और हाथ पांव की अंगुलियां सही होती हैं। इससे रीढ़ और गर्दन की मांसपेशियों में लचीलापन आता है।

5. चतुरंग दंडासन : इस आसन से हाथ की हड्डी मजबूत होती है। पेट व कमर पर चर्बी नहीं चढ़ती है। रीढ़ व गर्दन की मांसपेशियां लचीला होती हैं।

6. साष्टांग प्रणिपतासन : इससे शरीर के अंदर की निगेटिव एनर्जी खत्म होती है। पॉजिटिविटी आती है। मन को शांति मिलती है।

7. भुजंगासन : इससे रीढ़ की हड्डी सही होती है। सीने में चौड़ापन आता है। पीठ का दर्द कम होता है। पेट के निचले हिस्से में ब्लड सर्कुलेशन सही रहता है

8. अधोमुखश्वानासन : इस आसान को करने से थकावट दूर होता है। बॉडी में एनर्जी का संचार होता है। यूथ के लिए यह आसन काफी सही है।

9. एकपाद प्रसनणासन : इससे बॉडी पर आपका कंट्रोल रहता है। आप अपने अनुसार बॉडी का यूज कर सकते हैं। अगर दर्द है तो उसे ठीक किया जा सकता है।

10. उत्तानासन : अगर लगातार पेट में दर्द की शिकायत है तो इस आसन को करने से ठीक हो जाएगा। इस आसन से स्थूल शरीर भी काम करने लगता है।

11. प्राणायाम : प्राणायाम करने से सांस पर कंट्रोल रहता है। सांस लेने और छोडऩे की प्रक्रिया आप अपने अनुसार कर सकते हैं। इससे कांसंटे्रशन बढ़ता है।

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