एनआईए की टीम संडे शाम से ही मामले की जांच में लगी है। हर स्तर पर इंवेस्टिगेशन जारी है। इसमें वीडियो फुटेज से लेकर कॉल डिटेल तक चेक किये जा रहे हैं। साथ ही विस्फोट के मेटेरियल को भी चेक किया जा रहा है। कई लोगों से घटना के विषय में पूछताछ की गई है। वैसे पुलिस सोर्सेज की मानें तो वहां तीन कागज के टुकड़े भी मिले है जिसपर उर्दू में लिखा है। एक में बस, दूसरे में बड़ा बूत और तीसरे टुकड़े में बड़ी मूर्ति कुछ इसी तरह के शब्द लिखे थे। सोर्सेज की मानें तो हर बम को कहां लगाना है वह लिखा था। इसके अलावा वहां इंगलिश में भी कुछ मैसेज लिखे थे।

अमोनियम नाइट्रेट का ही यूज

पहले से ही यह कहा जा रहा था कि विस्फोट के लिए अमोनियम नाइट्रेट का यूज किया गया है। संडे को इसकी पुष्टि हो गई। डीजीपी अभयानंद ने कहा कि ब्लास्ट में यूज किया गया मेटेरियल अमोनियम नाइट्रेट है। इसके अलावा किन चीजों का यूज किया गया है उसका अभी पता नहीं चल सका है। बिहार पुलिस की एफएसएल टीम भी इसकी पड़ताल में लगी है।

वीडियो फुटेज जारी किया

महाबोधि मंदिर में हुए ब्लास्ट का वीडियो फुटेज एडमिनिस्ट्रेशन की ओर जारी किया गया। डीडीसी गिरिवर दयाल सिंह और सिटी एसपी चंदन कुशवाहा ने वीडियो फुटेज जारी किया जिसमें पहला विस्फोट होते दिखाया गया है। फुटेज में विस्फोट का डेट 6 जुलाई टाइम 5 बजकर 40 मिनट 27 सेकेंड हो रहा है। इसमें मंदिर का एक सफाई कर्मचारी झाडू लगा रहा है इसी दौरान विस्फोट हो जाता है। सफाई कर्मी भागता है मगर उसके पीछे से एक शख्स आराम से आता है देखता है और दूसरी ओर से निकल जाता है। पुलिस इस व्यक्ति को सस्पेक्ट मान रही है। फिलहाल चार कैमरों के फुटेज जारी किये गये हैं जबकि अन्य कैमरों के फुटेज को यह कहकर नहीं जारी किया गया कि अभी इंवेस्टिेशन चल रहा है और यह दिखाना ठीक नहीं है।

सिक्योरिटी सीआईएफ को दी जाए

महाबोधि मंदिर की सिक्योरिटी के लिए सीआईएसएफ की सर्विस लेने के लिए सीएम नीतीश कुमार ने कहा है। इसके लिए केन्द्र सरकार को एक्सप्रेस प्रस्ताव भेजा जा रहा है। वहीं इस बात की जानकारी भी पुख्ता हुई कि संडे के नौ नहीं बल्कि दस बम ब्लास्ट हुए थे। जबकि दो को डिफ्यूज किया गया था।