-परिजन शहर में इलाज का खर्च उठा नहीं सके तो किशोरी को ले आए घर, तोड़ दिया दम

-कस्बे में महीने भर के अंदर ही संदिग्ध बुखार से गई आधा दर्जन लोगों की जान

BAREILLY

कस्बे में संदिग्ध बुखार की दहशत है। संडे को संदिग्ध बुखार से एक और युवती की मौत हो गई। इस तरह कस्बे में संदिग्ध बुखार से मरने वालों की संख्या बढ़कर छह हो गई है। जबकि दर्जनों लोग अभी भी बुखार की चपेट में हैं। बावजूद इसके सरकारी सेवाएं पीडि़तों तक नहीं पहुंच पा रही हैं।

दो सप्ताह से बुखार से थ्ाी पीडि़त

गांधीनगर निवासी 17 वर्षीय पूजा पिछले दो सप्ताह से बुखार से पीडि़त थी। परिजनों के मुताबिक उसका कस्बे के डॉक्टर्स से इलाज कराया जा रहा था, लेकिन उसकी सेहत में कोई सुधार नहीं हुआ। उसकी हालत और बिगड़ने लगी तो उसे शहर के प्राइवेट हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया। जांच में मलेरिया होना पाया गया, लेकिन उपचार से लाभ होने की बजाय हालत खराब होने लगी। आर्थिक रूप से कमजोर होने के कारण परिजन अस्पताल के खर्च से भी परेशान होने लगे। मजबूर होकर परिवार वाले पूजा को घर ले आए। हॉस्पिटल से आने के बाद आज उसकी मौत हो गई। पिता अर्जुन सागर व परिवार के अन्य लोग भी मौत का कारण मलेरिया ही बता रहे हैं।

पूरा कस्बा बुखार की चपेट में

कस्बा इन दिनों भीषण संक्रामक रोंगों की चपेट में है। इसके चलते कस्बे में दो तीन सप्ताह के अंदर ही आधा दर्जन लोगों की मौत हो चुकी है। इनमें अकेले हसनपुर मुहल्ले के ही जीशान और बुलाकी खां नामक दो लोग बुखार से अपनी जान गंवा चुके हैं। इसके अलाव मुहल्ला पंतनगर के रामऔतार की भी मौत हो चुकी है।

स्वास्थ्य विभाग नहीं दे रहा ध्यान

स्वास्थ्य विभाग ने इस ओर अभी कोई खास ध्यान नहीं दी है। जिला स्तर के अधिकारी छापेमारी तो कर रहे हैं, लेकिन बुखार से तड़प रहे लोगों को समुचित इलाज मुहैया नहीं करा पा रहे हैं। आर्थिक रूप से कमजोर लोग महंगा इलाज नहीं करा पा रहे हैं। बीमारियां गरीबों के लिए आफत की तरह टूट पड़ी हैं। स्वास्थ्य महकमे के प्रति लोगों में काफी आक्रोश है।