-आशियाना, हजरतगंज और मानकनगर में बरामद हुई रेलकर्मी समेत तीन की लाशें

-पुलिस ने बताया हादसे में हुई मौत, परिजनों ने जताई हत्या की आशंका

LUCKNOW : राजधानी में संदिग्ध हालात में हो रही मौतों का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। मंगलवार को मडि़यांव और जानकीपुरम में बिजलीकर्मी और महिला की संदिग्ध हालात में मौत के अभी 24 घंटे भी नहीं बीते थे कि एक बार फिर राजधानी के अलग-अलग एरिया में संदिग्ध हालात में हुई तीन मौतों से सनसनी फैल गई। आशियाना, मानकनगर और हजरतगंज में बरामद हुई तीन लाशों के मामलों में पुलिस ने इन्हें इत्तफाकिया हादसे से हुई मौतें बताया है, जबकि परिजन हत्या की आशंका जता रहे हैं। फिलवक्त मौत की असल वजह जानने के लिये पुलिस पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार कर रही है।

नाले में पड़ा मिला युवक का शव

-आशियाना का मामला, स्थानीय लोगों के अनुसार शराबी था युवक

बाराबंकी के असंदरा का मूल निवासी राजीव मिश्रा (38) पेशे से वेटर था। वह कई वषरें से आशियाना एरिया में रहकर विभिन्न रेस्टोरेंट्स में वेटर का काम कर चुका है। करीब दो साल पहले आशियाना स्थित राज एंड राज रेस्टोरेंट में शराब पीने की लत के कारण निकाल दिया गया था। जिसके बाद उसने वहीं करीब के दूसरे रेस्टोरेंट हल्का-फुल्का में वेटर की नौकरी कर ली। हालांकि, वहां भी उसने अपनी लत को नहीं छोड़ा। जिसके चलते उसकी नौकरी ज्यादा दिन नहीं चल सकी और कुछ दिन पहले ही उसे बाहर का रास्ता दिखा दिया गया था। बुधवार सुबह आशियाना के स्थित राज एंड राज रेस्टोरेंट के करीब नाले में राहगीरों ने पानी में पैर तैरता देखा और इसकी इंफॉर्मेशन पुलिस को दी। जानकारी मिलने पर पहुंची पुलिस ने जब पैर को बाहर निकालने की कोशिश की तो पता चला कि पानी के भीतर युवक की लाश डूबी हुई थी। पुलिस ने लाश को बाहर निकाला तो आसपास मौजूद लोगों ने उसकी शिनाख्त राजीव मिश्रा के रूप में की। लोगों ने पुलिस को बताया कि राजीव शराब पीने का आदी था। जिसके बाद पुलिस ने आशंका जताई कि राजीव शराब के नशे में नाले में गिर गया होगा और डूबने से उसकी मौत हो गई।

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पत्‍‌नी ने छोड़ दिया था

पुलिस के मुताबिक, शुरुआती पड़ताल में पता चला है कि मृतक राजीव की पत्‍‌नी उसकी शराब पीने की लत की वजह से परेशान होकर दो बच्चों को साथ लेकर मायके चली गई थी। राजीव के चाचा ने उसकी पत्‍‌नी व परिजनों को घटना की जानकारी दी है।

कमरे में मृत मिला रेलकर्मी

-मानकनगर स्लीपर ग्राउंड रेलवे कॉलोनी की घटना

लोको वर्कशॉप में कार्यरत धरम सिंह (40) स्लीपर ग्राउंड स्थित रेलवे कॉलोनी में रहता था। अविवाहित धरम शराब पीने का आदी था। उसकी इसी लत के कारण पांच महीने पहले उसे सस्पेंड कर दिया था। पड़ोस में रहने वाले आरपीएफ में हेडकॉन्सटेबल एस पी सिंह ने बताया कि बीते चार दिनों से उन्होंने धरम कोनहीं देखा। घर का दरवाजा भी तभी से भीतर से बंद था। शक होने पर उन्होंने घर के गेट पर दस्तक दी। पर, कोई जवाब नहीं मिला। कमरे से बदबू भी उठ रही थी। अनहोनी की आशंका में एसपी सिंह ने पुलिस कंट्रोल रूम को इसकी सूचना दी। जानकारी मिलने पर एसओ मानकनगर वकील अहमद हमराह फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे। पुलिसकर्मियों ने दरवाजा तोड़ दिया और भीतर दाखिल हुए। जहां कमरे में पड़े बेड पर धरम का शव पड़ा हुआ था। कई दिन पुराना होने की वजह से शव सड़ चुका था। पुलिस ने पूरे घर की तलाशी के बाद शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिये भेज दिया। पुलिस ने बताया कि मृतक धरम सिंह शराब पीने का आदी था। आशंका जताई जा रही है कि इसी लत की वजह से उसकी मौत हो गई।

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माँ और भाई की भी हो चुकी है मौत

पुलिस के मुताबिक, धरम और उसका छोटा भाई गुड्डू दोनों ही शराब के नशे के आदी थे। करीब सात महीने पहले उनकी मां की भी घर के एक कमरे में सड़ी-गली लाश बरामद हुई थी। उस वक्त बताया गया था कि दोनों भाई दिन-रात शराब के नशे में धुत रहते थे। इसी वजह से उन दोनों अपनी मां को एक कमरे मे बंद कर रखा था। जिस वजह से उनकी मौत हो गई थी। चार महीने पहले गुड्डू की भी अत्यधिक शराब पीने की वजह से मौत हो चुकी है।

छत पर मृत मिला बुटिक कारीगर

सिलाई कारीगर रोहित कुमार (20) हजरतगंज कोतवाली अंतर्गत सुल्तानगंज चौकी के करीब स्थित संत रविदास नगर में परिवार के साथ रहता था। वह हजरतगंज स्थित एक बुटीक में काम करता था। परिजनों के मुताबिक, मंगलवार की रात रोहित काम पर से वापस लौटा और खाना खाने के बाद छत पर सोने के लिये चला गया। बुधवार सुबह जब काफी देर तक वह नीचे नहीं उतरा तो उसके पिता पीओपी कारीगर राम अदालत उसे जगाने के लिये छत पर पहुंचे। जहां रोहित औंधे मुंह पड़ा हुआ था। उसे सोता हुआ समझकर उन्होंने उसे जगाने के लिये आवाज दी। पर, रोहित ने कोई हलचल नहीं की। जिस पर उसके पिता ने रोहित का शरीर पलटा। पर, उसका चेहरा देख उनके होश उड़ गए। रोहित का चेहरा नीला पड़ चुका था और उसकी जीभ बाहर निकली हुई थी। उन्होंने रोहित को काफी देर तक थपथपाया लेकिन, कोई हरकत न हुई। आखिरकार उसकी मौत की पुष्टि होने पर रोहित के पिता बदहवासी में शोर मचाने लगे। शोर सुनकर आसपड़ोस के लोग वहां जुट आए। रोहित की मौत की जानकारी मिलने पर लोगों ने हजरतगंज पुलिस को घटना की सूचना दी। जानकारी मिलने पर इंस्पेक्टर हजरतगंज विजयमल सिंह यादव हमराह फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिये भेज दिया। परिजनों ने रोहित की हत्या की आशका जताई। हालांकि, इंस्पेक्टर यादव ने मौत की असल वजह जानने के लिये पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के के बाद कार्रवाई की बात कही है।

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शादी की चल रही थी बात

पुलिस के मुताबिक, रोहित चार भाइयों में दूसरे नंबर पर था। उसके बडे़ भाई राहुल की शादी हो चुकी है। जिसके एक बेटा भी है। पिता राम अदालत नें ने पुलिस को बताया कि इन दिनों रोहित की शादी के लिये कई जगहों से बातचीत चल रही थी। जल्द ही उसे लड़की वाले देखने आने वाले थे। बेटे की असामयिक मौत पर पिता रामअदालत का रो-रोकर बुरा हाल था।