- आखिरी तारीख तक स्वच्छ सर्वेक्षण की एप्लीकेशन डाउनलोड का लक्ष्य पूरा नहीं कर सका नगर निगम

- एक दिन का समय और मिला, नही तो सर्वेक्षण से हो जाएंगे बाहर

BAREILLY:

स्वच्छ सर्वेक्षण 2019 का बरेली में आलम यह है कि सर्वेक्षण में पार्टिसिपेट करने की शर्त के रूप में स्वच्छ सर्वेक्षण की एप्लीकेशन डाउनलोड करने का लक्ष्य भी नगर निगम पूरा नहीं कर सका। लास्ट डेट पर लिस्ट से बरेली का नाम कटने का पता लगा तो आनन फानन में एप्लीकेशन डाउनलोडर्स की संख्या बढ़ाने के प्रयास शुरू हुए और बरेली का नाम स्वच्छ सर्वेक्षण 2019 की लिस्ट से कटते-कटते रह गया।

6000 डउनलोडर्स था लक्ष्य

स्वच्छ सर्वेक्षण 2019 में पार्टिसिपेट करने के लिए बरेली नगर निगम को स्वच्छ सर्वेक्षण की 6000 एप्लीकेशन डाउनलोड कराने का लक्ष्य दिया गया था, लेकिन अफसरों ने इसकी सुध ही नहीं ली। मंडे को एप्लीकेशन डाउनलोड की आखिरी तारीख थी और केवल 4000 लोगों ने ही एप्लीकेशन को डाउनलोड किया था। इसके चलते बरेली का नाम लिस्ट से कटने की तैयारी थी, लेकिन ऐन मौके पर नगर निगम के अफसर जाग गए और लक्ष्य पूरा कराने के प्रयास किए।

आनन फानन में शुरू की डाउनलोडिंग

नगर आयुक्त को जैसे ही इस बात का पता चला कि स्वच्छ सर्वेक्षण की एप्लीकेशन डाउनलोड करने वालों की संख्या अभी तक पूरी नहीं हो सकी है और एप्लीकेशन डाउनलोड करने की आखिरी तारीख 7 जनवरी है तो पूरे नगर निगम में हंगामा कट गया। आनन फानन में नगर आयुक्त ने नगर निगम के सभी कर्मचारियों को आदेश जारी किए कि सभी कर्मचारी अपने-अपने फोन में एप्लीकेशन को डाउनलोड करें और दूसरे लोगों को भी करवाएं। साथ ही नगर निगम ने शहर सभी कोचिंग सेंटर्स, मार्केट, पार्षदों से एप्लीकेशन डाउनलोड करने की बात कही।

ठेकेदारों को चेतावनी

इतना ही नहीं नगर आयुक्त राजेश श्रीवास्तव ने निर्माण विभाग के अधिकारियों को फोन करके चेताया कि सभी ठेकेदारों से बोले के सभी अपने-अपने जानने वाले कम से कम 10-10 लोगों से एप्लीकेशन डाउनलोड कराएं। कहा कि जो ठेकेदार इसमें सहयोग नहीं करेगा उसे ब्लैक लिस्ट किया जा सकता है।

फिर भी नही हो पाए पूरे, चेतावनी के साथ मिला समय

दरअसल नगर निगम के पास केवल मंडे शाम 6:00 बजे तक का ही समय था। अफसरों की तमाम कोशिशों के बावजूद शाम 6:00 बजे तक 5600 एप्लीकेशन ही डाउनलोड हो सकीं, जिसके बाद शासन ने चेतावनी के साथ नगर निगम को सिर्फ एक दिन का समय और दिया है। साथ ही कहा है कि यदि ट्यूजडे तक एप्लीकेशन डाउनलोड करने का लक्ष्य पूरा नहीं हुआ तो नगर निगम स्वच्छ सर्वेक्षण 2019 से बाहर हो जाएगा।

जनसंख्या के आधार पर मिला टारगेट

दरअसल शासन की ओर से शहर की जनसंख्या के 20 परसेंट का वन फोर्थ लोगों को यह एप्लीकेशन डाउनलोड कर लेनी चाहिए। बरेली नगर निगम क्षेत्र में आने वाले शहर की पॉपुलेशन जनगणना 2011 के अनुसार 12 लाख है। इस हिसाब से बरेली के 6000 लोगों को यह एप्लीकेशन डाउनलोड करनी थी, लेकिन बरेली शहर में मात्र 4000 लोगों ने ही एप्लीकेशन को डाउनलोड किया था।

क्या है यह एप्लीकेशन

भारत सरकार की ओर से स्वच्छ सर्वेक्षण 2019 के लिए स्वच्छता महुआ नाम की एक एप्लीकेशन को बनाया गया है, जिसमें कोई भी नागरिक अपने शहर की समस्या को डायरेक्ट फोटो खींचकर डाल सकता है। यह फोटो लोकेशन के अकॉरडिंग संबंधित नगर निगम में ऑटोमेटिक ट्रांसफर हो जाएगी, जिसके बाद संबंधित नगर निगम, नगर पालिका, नगर परिषद तत्काल समस्या का समाधान करेगा।

हमने टारगेट को अचीव करने के लिए काफी कोशिश की है। सरवर की दिक्कत की वजह से एप्लीकेशन डाउनलोडर्स की अभी सही संख्या शो नहीं हो रही है। अभी तक केवल 5600 ही डाउनलोड दिखा रहा है। शासन की ओर से एक दिन का समय और दिया गया है। उस समय में हम टारगेट अचीव कर लेंगे।

राजेश श्रीवास्तव, नगर आयुक्त