साइंटिफिक नेम- मिशेल चम्पाका

लोकल नेम- स्वर्ण चंपा

1 पेड़ जीआरएम डोहरा रोड में लगा है

6 साल पुराना है पेड़

: प्रोटेक्ट द स्पीशीज थीम के साथ अर्थ डे से शुरू हुए दैनिक जागरण आई नेक्स्ट के कैंपेन डॉक्यूमें 'ट्री' में आज हम आपको स्वर्ण चंपा वृक्ष के बारे में बता रहे हैं. डोहरा रोड स्थित जीआरएम स्कूल परिसर में लगे इस पेड़ पर इन दिनों फूल खिल रहे हैं. बताया जाता है कि यह पेड़ करीब छह साल पहले लगाया गया था.

सुगंध और सुंदरता ही पहचान

इसके फूलों में तेज सुगंध होती है. प्राय: इसका उपयोग मंदिरों में पूजा के लिए किया जाता है. इसके अलावा नेचुरल इत्र के लिए कुछ जगह इन फूलों को लड़कियां अपने बालों में भी लगाती हैं.

परफ्यूम भी बनता है

परफ्यूम बनाने वाली कुछ बड़ी कंपनियां स्वर्ण चंपा के फूलों का यूज इसकी तेज और मजबूत सुगंध के कारण करती हैं. इसके अलावा सजावट के साथ ही कमरे को सुगंधित करने के लिए भी स्वर्ण चंपा के फूल यूज किए जाते हैं.

फर्नीचर बनाने में यूज

इस पेड़ की लकड़ी का यूज इंडोर फर्नीचर बनाने में किया जाता है. इसके अलवा इससे कैबिनेट आदि भी बनाई जाती हैं.